24 न्यूज अपडेट, चित्तौड़गढ़। चित्तौड़गढ़ जिले के कपासन कस्बे में संचालित हो रहे एक बड़े ऑनलाइन सट्टा रैकेट का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। साइबर थाना और भूपालसागर थाना की संयुक्त कार्रवाई में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जबकि गिरोह का सरगना बालमुकुंद ईनाणी उर्फ बुद्धिप्रकाश अभी भी फरार है। जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि कपासन के एक निर्माणाधीन मकान में कुछ युवक गुपचुप तरीके से ऑनलाइन सट्टा चला रहे हैं। मकान की पहचान विकास पुत्र मनोहरलाल राव के नाम पर हुई। सूचना की गंभीरता को देखते हुए एएसपी मुकेश सांखला के निर्देशन में साइबर और भूपालसागर थाने की टीम ने छापेमारी की।
छापे के दौरान पुलिस ने विकास राव (25), सौरभ आचार्य (20) और करण कुमार (22) को गिरफ्तार किया। तीनों आरोपी कपासन के निवासी हैं और उन्होंने पूछताछ में बताया कि वे यह अवैध कारोबार स्थानीय सरगना बालमुकुंद ईनाणी के निर्देश पर चला रहे थे। बालमुकुंद ही उन्हें तकनीकी प्रशिक्षण और पैसा उपलब्ध कराता था।
पुलिस ने कार्रवाई में निम्नलिखित सामग्री जब्त की
11 एंड्रॉयड मोबाइल फोन
2 स्कैनर मशीनें
1 कार्ड स्वाइप मशीन
एटीएम कार्ड, चेक बुक व पासबुक
मास्टरमाइंड अब भी फरार, तलाश जारी
गिरफ्तार आरोपी “मास्टर आईडी” से ग्राहक “क्लाइंट आईडी” बनाकर उन्हें पासवर्ड देते थे। फिर ग्राहक मोबाइल ऐप या वेब ब्राउज़र से लॉगिन कर सट्टा खेलते थे। खातों में जमा रकम के आधार पर उन्हें क्रेडिट प्रदान किया जाता था, जिससे वे सट्टा लगा सकें। पुलिस के अनुसार बालमुकुंद ईनाणी का नाम पहले भी कई आपराधिक मामलों में सामने आ चुका है। वह पूरे गिरोह को ऑपरेट कर रहा था और स्थानीय युवाओं को पैसे और लालच देकर इस नेटवर्क में जोड़ता था। इस कार्रवाई में साइबर थाना प्रभारी चंपाराम, एएसआई असरार जमा, कांस्टेबल रामनिवास, अजीत, माधवलाल, लक्ष्मणलाल, अनिल व हरिकिशन की अहम भूमिका रही। फिलहाल पुलिस बालमुकुंद ईनाणी की तलाश में लगातार दबिश दे रही है।
कपासन में ऑनलाइन सट्टा गिरोह का भंडाफोड़, तीन गिरफ्तार – मास्टरमाइंड बालमुकुंद फरार

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