उदयपुर, 6 जुलाई।
शहर में बीती रात और रविवार तड़के हुई जोरदार बारिश ने झीलों और बांधों के जलस्तर में जबरदस्त बढ़ोतरी कर दी। उदयपुर शहर और इसके कैचमेंट क्षेत्रों में करीब साढ़े तीन इंच (87 मिमी) बारिश रिकॉर्ड की गई। तेज बारिश से सीसारमा नदी में देर रात 12 फीट का बहाव आया, जिससे पिछोला झील का जलस्तर तेजी से बढ़कर सवा नौ फीट तक पहुंच गया है।
बारिश का असर इतना तेज रहा कि मोरवानिया नदी भी उफान पर आ गई और बाघेरी का नाका छलक गया। इस दौरान मादड़ी बांध के जलस्तर में एक ही रात में 19 फीट और आकोदड़ा बांध में 8 फीट की वृद्धि हुई।
सीसारमा नदी का पानी देर रात वैजनाथ मंदिर तक पहुंच गया और गांव के कई खेत भी पानी से लबालब हो गए। स्थानीय लोगों के मुताबिक, जब नदी का स्तर 12 फीट के करीब पहुंचता है, तब मंदिर में पानी घुसने लगता है। सुबह 7 बजे तक बहाव घटकर 6 फीट तक आ गया।
जल विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, पिछोला झील का स्तर सवा नौ फीट तक पहुंच गया है। यदि सीसारमा से इसी तरह आवक बनी रही तो पिछोला के साढ़े दस फीट के स्तर पर पहुंचने के बाद कभी भी स्वरूपसागर लिंक नहर के गेट खोलकर पानी को फतहसागर झील में डायवर्ट किया जा सकता है। फिलहाल फतहसागर का जलस्तर 13 फीट में से 6 फीट दर्ज हुआ है।
बारिश के आंकड़े
बीती रात उदयपुर शहर में 87 मिमी, नाई में 75 मिमी, सेई डेम 85 मिमी, उदयसागर 53 मिमी, खेरवाड़ा 63 मिमी, बड़गांव 42 मिमी, देवास 32 मिमी, झाड़ोल 26 मिमी, ओगणा 30 मिमी और वल्लभनगर में 16 मिमी वर्षा दर्ज हुई।
प्रदेश में सर्वाधिक 214 मिमी (9 इंच) बारिश सवाई माधोपुर के चौथ का बरवाड़ा में दर्ज हुई। इसके अलावा भाटोड़ी में 160 मिमी, जेतसर (श्रीगंगानगर) में 139 मिमी, सवाई माधोपुर 127 मिमी, बोनली 130 मिमी, ढील 120 मिमी और करौली के कालीसील क्षेत्र में 110 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई।
मानसी वाकल बांध में अभी आवक शुरू नहीं हुई है। हालांकि विभाग के अनुसार यदि ऐसी बारिश जारी रही तो आने वाले 48 घंटों में फतहसागर और पिछोला दोनों झीलें तेजी से भरने की संभावना है।

