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कुश्ती के भीष्मपितामह को नमन: उस्ताद कर्ण सिंह पहलवान की 18वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा

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24 News Update उदयपुर। उदयपुर के कुश्ती जगत की सशक्त पहचान और राजस्थान में कुश्ती के भीष्मपितामह कहे जाने वाले उस्ताद कर्ण सिंह पहलवान की 18वीं पुण्यतिथि पर सोमवार, 15 दिसंबर 2025 को श्रद्धा और सम्मान से ओतप्रोत पुष्पांजलि सभा का आयोजन किया गया। यह आयोजन स्थानीय उस्ताद कर्ण सिंह पहलवान श्री भीम राष्ट्रीय व्यायामशाला, चांदपोल बाहर परिसर में सायंकाल 5 बजे सम्पन्न हुआ।
व्यायामशाला के संचालक उस्ताद डॉ. दिलीप सिंह चौहान ने बताया कि पुण्यतिथि के अवसर पर उस्ताद कर्ण सिंह की चरण पादुका की विधिवत पूजा-अर्चना की गई तथा व्यायामशाला के शिष्यों एवं कुश्ती जगत से जुड़े पहलवानों ने उन्हें पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया।

कुश्ती को समर्पित रहा जीवन
डॉ. चौहान ने उस्ताद कर्ण सिंह के संक्षिप्त जीवन परिचय पर प्रकाश डालते हुए बताया कि उन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन कुश्ती कला और पहलवानों के उत्थान के लिए समर्पित कर दिया। सन् 1957 में आधुनिक राजस्थान के निर्माता, पूर्व मुख्यमंत्री स्व. मोहनलाल सुखाड़िया की प्रेरणा और सानिध्य में उन्होंने श्री भीम राष्ट्रीय व्यायामशाला की स्थापना की। तभी से यह व्यायामशाला निरंतर राज्य व राष्ट्रीय स्तर के बालक-बालिका पहलवान तैयार कर रही है।
श्री भीम राष्ट्रीय व्यायामशाला के अनेक पहलवान आज राजकीय सेवा में शारीरिक शिक्षा विभाग में अपनी सेवाएं दे रहे हैं, जो उस्ताद की दूरदृष्टि और तपस्या का जीवंत प्रमाण है।

राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान
उस्ताद कर्ण सिंह पहलवान ने अपने खेल जीवन में राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर की कुश्ती प्रतियोगिताओं में भाग लेकर अनेक पदक अर्जित किए। उदयपुर शहर से वे पहले ऐसे व्यक्ति रहे, जिन्होंने नवम एशियाई खेल (एशियाड) 1982, नई दिल्ली में कुश्ती प्रतियोगिता में तकनीकी अधिकारी (निर्णायक) के रूप में सेवाएं दीं। इसके साथ ही उन्होंने उदयपुर में कई राज्य व राष्ट्रीय स्तर के कुश्ती दंगलों का सफल आयोजन भी कराया।

खेल के साथ समाज और राजनीति में योगदान
खेल के साथ-साथ उस्ताद कर्ण सिंह पहलवान समाजसेवा और राजनीति में भी सक्रिय रहे। वे उदयपुर नगर निगम में 1971 और 1999 में दो बार पार्षद रहे। इसके अलावा उन्होंने विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर रहते हुए कुश्ती और खेलों के विकास में उल्लेखनीय योगदान दिया, जिनमें प्रमुख हैं—

अध्यक्ष – उदयपुर जिला कुश्ती संघ
सचिव – उदयपुर जिला कुश्ती संघ
चेयरमैन – राजस्थान कुश्ती संघ
उपाध्यक्ष – राजस्थान कुश्ती संघ
अध्यक्ष – श्री मोहनलाल सुखाड़िया स्मृति कुश्ती दंगल समिति
व्यवस्थापक – श्री लक्ष्मण पहलवान स्मृति कुश्ती दंगल समिति
उपाध्यक्ष – खेल प्रकोष्ठ, राजस्थान प्रदेश कमेटी
संरक्षक – उदयपुर जिला जूडो संघ

श्रद्धांजलि में जुटे खेलप्रेमी
पुष्पांजलि सभा में दिनेश श्रीमाली, दीपक सुखाड़िया, भागवत सिंह सांकला, सुरेन्द्र सिंह चौहान, डॉ. धर्मेन्द्र राजोरा, डॉ. विनोद नायर, जयप्रकाश माली, उन्नति चौहान, हितेश गांछी, चन्द्रप्रकाश खत्री, हेमंत अटवाल, कृष सेन, नागेन्द्र सेन, हरीश सेन, चंदू खत्री सहित अनेक खेलप्रेमी, शिष्य एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
सभा में उपस्थित सभी लोगों ने एक स्वर में कहा कि उस्ताद कर्ण सिंह पहलवान का योगदान आने वाली पीढ़ियों को सदैव प्रेरणा देता रहेगा और कुश्ती जगत में उनका नाम अमर रहेगा।

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