24 News update उदयपुर। गुरु पूर्णिमा के शुभ अवसर पर हार्टफुलनेस संस्थान उदयपुर की ओर से एकात्म अभियान के तहत तीन दिवसीय ध्यान सत्र की शुरुआत गुरुवार शाम शोभागपुरा स्थित समग्रम पिरामिड ध्यान केंद्र में की गई। ध्यान साधना के इस विशेष सत्र में शहरभर से आए प्रतिभागियों ने पिरामिड संरचना की ऊर्जा में बैठकर ध्यान किया और आत्मिक शांति का अनुभव प्राप्त किया।
ध्यान से जुड़ने और आत्मिक शांति पाने की विधियां सिखाईं
ध्यान सत्र का संचालन वरिष्ठ प्रशिक्षक भगवान सहाय शर्मा ने किया, जिन्होंने प्रतिभागियों को ध्यान के माध्यम से आत्मिक शांति और आंतरिक खुशी प्राप्त करने की तकनीकें सिखाईं। प्रशिक्षक आशा शर्मा ने शरीर को विश्राम देने के लिए शिथिलीकरण अभ्यास करवाया, जबकि प्रफुल गांधी ने प्रतिभागियों को स्वयं से जुड़ने की विधि बताते हुए ध्यान कराया।
संस्थान की गतिविधियों की जानकारी
सत्र की शुरुआत में हार्टफुलनेस उदयपुर के केंद्र समन्वयक व प्रशिक्षक डॉ. राकेश दशोरा ने हार्टफुलनेस संस्थान की गतिविधियों और ध्यान के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि ध्यान केवल मानसिक शांति का माध्यम नहीं, बल्कि जीवन के हर क्षेत्र में संतुलन और जागरूकता लाने का साधन है।
पिरामिड की ऊर्जा और महत्व पर जानकारी
ध्यान केंद्र के संस्थापक और प्रभारी निहाल जैन ने पिरामिड के ऊर्जात्मक प्रभाव और इसकी आध्यात्मिक विशेषताओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पिरामिड में ध्यान करने से ऊर्जा प्रवाह सुचारु होता है, जिससे ध्यान में गहराई आती है। समापन पर सभी प्रतिभागियों ने अपने ध्यान अनुभव साझा किए और इस अद्भुत अनुभूति के लिए आयोजकों का आभार जताया।
अगले दो दिन भी होंगे सत्र, आमजन आमंत्रित
जोन समन्वयक मधु मेहता ने बताया कि ध्यान सत्र का आयोजन शुक्रवार और शनिवार को भी शाम 5:30 से 6:30 बजे तक किया जाएगा, जिसमें कोई भी इच्छुक व्यक्ति भाग ले सकता है। यह आयोजन हर उम्र के लोगों के लिए खुला है और मानसिक तनाव, चिंता व आत्मिक अशांति से राहत पाने के लिए उपयोगी साबित हो सकता है।

