24 News Update सागवाड़ा (जयदीप जोशी)। नगर के आसपुर मार्ग योगिन्द गिरी तलहट पर स्थित श्री प्रभुदास धाम रामद्वारा में चातुर्मास के तहत रामस्नेही संप्रदाय मेडता के उत्तराधिकारी संत रामनिवास शास्त्री महाराज ने कहा जिनकी धर्म में प्रीति नही वे लोग स्वप्र में भी वहा नही जा सकते। हम पर ईश्वर की अटूट कृपा है कि मर्यादा पुरुषोत्तम राम के चरित्र का गुणगान करने अवसर प्राप्त हुआ है।
संत ने कहा अब तक तुलसीदास जीने शिव की महिमा शिव चरित्र का बोध कराया हे। जो भगवान विष्णु और महादेव से विमुख है और जिनकी धर्म में प्रीति नहीं है वे लोग स्वप्न में भी वहां नहीं जा सकते। रघुनाथ जी की कथा समस्त लोको के लिए जगत को पवित्र करने वाली गंगा जी के समान है। जगत के कल्याण की है । जिन लोगों ने भगवान की भक्ति को अपने हृदय में स्थान नहीं दिया वे प्राणी जीते हुए मुर्दे के समान है। जो जीभ रामचंद्रजी के गुण का गान नहीं करती वह मेंढक की जीभ के समान है। रामचरित मानस सबको मर्यादा मे बांधकर रखता हे चुकी राम मर्यादा पुरुषोत्तम राम है। व्यक्ति का मुड एवं परिस्थिति देखकर मन की बात कहनी चाहिए । पार्वती जी ने शिव जी कहा कि प्रभु मेरा अज्ञान राम कथा सुनकर मिटाओ। राम आदि अनादी है आगोचर है तो राजा के बेटे केसे बने । यह मेरी समज मे नही आ रहा है अतः आप मेरा भ्रम दुर करो मेरी अज्ञानता को दुर करे । सनातन धर्म मे पुनर्जन्म माना गया हे। अत मुझे रामजी की कथा सुनाओ मे आपके चरणों की दासी हू। राम चरित्र सुनाकर मेरा सशंय दुर करें। पार्वती ने नव प्रश्न पुछे। सभी लिलाऔ को मे सुनना चाहती हु भक्ति क्या है आपके जेसा ज्ञानी ओर कोई नही मिल सकता है । मै आपके चरणों मे नमन करती हू। कथा से पूर्व पण्डित विनोद त्रिवेदी के मन्त्रोच्चारण से संत प्रसाद के यजमान अशोक पिता हुकमचन्द भावसार ने पोथी ओर व्यासपीठ का पूजन किया। विभिन्न वाद्ययंत्रो आर्गन पर केलाश माकड इन्दोर तबले पर लोकेश ठाकुर ओर मंजीरे पर मंगेश भाटी अभिनव साउंड मेडता ने संगत दी। सत्संग में संत उदयराम महाराज, बाल संत अमृतराम का सानिध्य प्राप्त हुआ। इस अवसर पर हेमंत सोमपुरा, रुपनारायण भावसार,जयन्ती लाल मोची,दिनेश शर्मा, लालशंकर भावसार गोवर्धन शर्मा, मधुकर भावसार, प्रसाद भावसार, लाला भाई भावसार, बालेश्वर भावसार,गोवर्धन शर्मा, राजेन्द्र शुक्ला, महेन्द्र प्रजाति, लोकेश सोमपुरा प्रभाशंकर, फलोत, प्रसाद भावसार, मधुकर भावसार,राजेन्द्र भावसार, मोनिका भावसार,विनय शुक्ला, कोशल्या शर्मा,नयना त्रिवेदी, शकुन्तला शर्मा, अरुणा भावसार ,दिपीशा भावसार,ललिता भावसार,मधुबाला सोमपुरा, संगीता सोमपुरा ,पिकीं भावसार सहित रामस्नेही भक्त उपस्थित रहे ।
जिनकी धर्म में प्रीति नहीं वे लोग स्वप्र में भी वहां नहीं जा सकते-संत शास्त्री

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