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शादी की सेज से पहले उठी अर्थी: बिंदौरी के बाद कुएं में मिला दुल्हन का शव, परिवार ने जताई हत्या की आशंका

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24 न्यूज अपडेट, डूंगरपुर।

जिस आंगन में महज कुछ घंटों बाद शहनाइयां बजने वाली थीं, वहां अब सिर्फ सन्नाटा पसरा है। जहां कल रात तक बैंड-बाजे की गूंज और ढोल की थाप पर नाचती बारात की तैयारी थी, वहां आज आंखों से अश्रुधारा थमने का नाम नहीं ले रही। डूंगरपुर जिले के सरोदा थाना क्षेत्र के शिवराजपुर गांव में एक अनहोनी ने शादी के सपनों को चीर डाला।

शुक्रवार दोपहर 2 बजे, गांव के पास स्थित कुएं से 21 वर्षीय नेहा प्रजापत का शव मिला — वही नेहा, जिसकी बिंदौरी गुरुवार रात धूमधाम से निकली थी और जिसकी बारात शनिवार सुबह भीलुड़ा से आने वाली थी।

दुल्हन की जगह निकली अर्थी, खुशियों में समाया मातम

नेहा के घरवालों ने सोचा न था कि जिस बेटी को घोड़ी पर बैठाकर कल गांवभर ने नाच-गाकर विदा किया, वही आज चुपचाप कुएं से बाहर निकाली जाएगी। खुशियों की तैयारियां पूरी थीं — मिठाइयों की खुशबू रसोई में बसी थी, टेंट और सजावट का काम अंतिम चरण में था, बारात के स्वागत के गीत गाए जा रहे थे, लेकिन नियति ने ऐसा करवट ली कि पूरे गांव की रूह कांप गई।

“मेरी बेटी आत्महत्या नहीं कर सकती”: पिता ने जताई हत्या की आशंका

नेहा के पिता नारायणलाल पुत्र मोगजी प्रजापत ने पुलिस को दी रिपोर्ट में गहरी व्यथा के साथ कहा, “मेरी बेटी बहुत खुश थी। शादी को लेकर उत्साहित थी। उसने कभी जीवन से हार नहीं मानी। यह आत्महत्या नहीं हो सकती। किसी ने मेरी बेटी को मारा और शव कुएं में फेंक दिया।” पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है और मामले की जांच प्रारंभ कर दी गई है। थानाधिकारी भुवनेश कुमार के अनुसार, “मौत के कारणों का खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट और जांच के बाद ही हो सकेगा।”

बिंदौरी की रात के बाद सुबह मिली चुप्पी

गुरुवार रात नेहा को जब परंपरागत बिंदौरी में घोड़ी पर बैठाया गया था, तो गांव भर में उल्लास की लहर थी। बैंड-बाजों की गूंज और रंग-बिरंगी रोशनी से गांव जगमगा उठा था। रिश्तेदारों ने जमकर डांस किया, गीत गाए। लेकिन शुक्रवार की सुबह जब उसका शव कुएं में पड़ा मिला, तो वह सारी खुशी पलक झपकते गम में तब्दील हो गई।

गांव में शोक, मां-बाप की हालत नाज़ुक

जब नेहा का शव घर पहुंचा, तो वहां कोहराम मच गया। मां बेसुध हो गईं, पिता को रिश्तेदारों ने किसी तरह संभाला। पूरे गांव में मातमी सन्नाटा छा गया। जिन गलियों से बारात निकलनी थी, वहां आज शोक यात्रा गुजरी। गांववालों और रिश्तेदारों की आंखों में सिर्फ एक ही सवाल है — “आखिर नेहा के साथ यह सब क्यों और कैसे हुआ?”

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