24 News Update, उदयपुर
शास्त्रीय संगीत की मधुर स्वर लहरियों और नृत्य की मोहक मुद्राओं से सजी, उदयपुर के शिल्पग्राम में तीन दिवसीय ‘ऋतु वसंत’ उत्सव का भव्य शुभारंभ हुआ। पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र की इस अनुपम पहल ने वसंत के आगमन को सुर, लय और ताल की अभूतपूर्व छटा से सराबोर कर दिया।
🌿 बसंत की तान, संगीत का जादू
उत्सव के पहले दिन, प्रख्यात संगीतज्ञ पंडित राजेंद्र वैष्णव ने राग बसंत में अपनी मंत्रमुग्ध करने वाली प्रस्तुति से समां बांध दिया। “फगवा बृज में देखन को चलो री” की स्वरलहरियों ने वसंत की सजीव अनुभूति कराई। उनके साथ हारमोनियम पर अनुपराज पुरोहित, तबले पर मास्टर कपिल वैष्णव, तानपुरे पर डिंपी सुहालका एवं विशाल राठौड़ ने संगत कर संगीत रसिकों को रसविभोर कर दिया।

💃 नादरूप की नृत्य प्रस्तुति: कथक की मोहक अभिव्यक्ति
प्रसिद्ध कथक नृत्यांगना शमा भाटे के ग्रुप ‘नादरूप पुणे’ ने राग बसंत पर आधारित एक मनोहारी कथक नृत्य प्रस्तुति दी। उनकी भाव-भंगिमाओं, लयबद्ध गतियों और कथक के तीव्र चक्करों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
🎨 होरी की छटा: नृत्य में रंगों की बौछार
शमा भाटे की कोरियोग्राफी में राधा-कृष्ण की होरी की प्रस्तुति ने होली के रंगों को मंच पर जीवंत कर दिया। भैरवी चतुरंग की प्रस्तुति में तराना, साहित्य और नृत्य का अनूठा संगम देखने को मिला।
🌟 आज की प्रस्तुति: प्रवीण गांवकर और अमित गंगानी का जादू
शनिवार को हिंदुस्तानी शास्त्रीय गायक डॉ. प्रवीण गांवकर एवं जयपुर घराने के प्रसिद्ध कथक कलाकार अमित गंगानी अपनी विशिष्ट कला से उत्सव को और भी भव्य बनाएंगे।
🎭 संस्कृति के रंग, परंपरा के संग
ऋतु वसंत उत्सव न केवल कला का उत्सव है, बल्कि यह भारतीय शास्त्रीय संगीत और नृत्य की परंपरा को एक नए आयाम तक पहुंचाने की अनूठी पहल है। उदयपुर के कला प्रेमियों के लिए यह उत्सव एक अविस्मरणीय अनुभव बन गया है।
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