24 News Update निम्बाहेड़ा (कविता पारख)। राजस्थान और मध्यप्रदेष के क्षेत्रा में अच्छी बारिष ने जहां किसानों के चेहरे खिला दिए हे। वहीं पर्वतीय स्थलों पर स्थापित श्रीसुखानंद जी महादेव मंदिर में 72 फीट की उॅचाई से झरने की रौनक लोट आई है। श्रीसुखानंद महादेव मंदिर परिसर में स्थित महादेव धाम पर पानी का झरना बहना षुरू था जबकि पहले से अधिक मात्रा में तीव्रगति से पानी का झरना षुरू हो गया। जिससे यह स्थल धार्मिक आस्था के साथ-साथ प्राकृतिक र्प्यटन स्थल के रूप में भी छाया हुआ है। इस स्थल घने जंगलों और पहाडियों के बीच उॅचाई पर श्रीसुखानंद महादेव मंदिर है। यहां करीब 72 फीट उॅचाई से गिरता झरना सावन के महिनें से ही बह रहा हे। इस झरने की गूंज और बहता पानी भक्तों व पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर रहा हैं । बारिष के चलते पहाडी से बहता यह झरना न सिर्फ प्राकृतिक खूबसूरती को निखार रहा हैं आस-पास के ग्रामीण व षहरी क्षेत्रों से बडी संख्या में भक्तों व लोगों यहां पर पहुंच रहे है। जहां श्रीसुखानंद महादेव मंदिर सिथत षिंवलिग पर जलाभिषेक और विषेष पूजा-अर्चना का दौर भी चल रहा हैं । प्रर्यटकौं के लिए यह स्थल टेंकिंग, फोटोग्रफी और प्रकृति के सान्निध्य का बेहतरीन विकल्प बन चुका है। सावन के हर सोमवार को यहां भक्तों की भीड और अधिक बढने की संभावना बनी रहती हैं बताया जा रहा है कि यह झरना अगले तीन माह तक बारिष में अपने वेग से इसी तरह बहता रहेगा। श्रीसुखानंद महादेव मंदिर अब बारिष के मौसम में आस्था और एडवेंचर का ऐतिहासिक षानदार मिलन बिदुं बन गया है।
श्रीसुखानंद महादेव मंदिर में 72 फीट की उंचाई से झरने की रौनक लौटी, उमड़े श्रद्धालु

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