24 न्यूज अपडेट, सीकर। जिले के दांतारामगढ़ क्षेत्र में बुधवार को एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जब एक 9 वर्षीय छात्रा की स्कूल के इंटरवल के दौरान अचानक तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई। चौथी कक्षा में पढ़ने वाली यह मासूम बच्ची टिफिन खोलते वक्त बेहोश होकर गिर पड़ी। चिकित्सकों के अनुसार, उसे कार्डियक अरेस्ट आया था।
टिफिन खोलते वक्त गिरी ज़मीन पर, साथी छात्रों ने दी सूचना
घटना आदर्श विद्या मंदिर, दांतारामगढ़ की है। सुबह 11 बजे स्कूल में इंटरवल हुआ, बच्चे अपने-अपने टिफिन खोलकर भोजन कर रहे थे। इसी दौरान प्राची कुमावत नाम की छात्रा अचानक ज़मीन पर गिर गई और उसका खाना बिखर गया। सहपाठियों ने तत्काल शिक्षक को इसकी जानकारी दी, जिसके बाद स्टाफ ने तुरंत बच्ची को दांतारामगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पहुंचाया।
सीएचसी में उपचार के बाद हालत सामान्य, लेकिन रास्ते में तोड़ दिया दम
सीएचसी प्रभारी डॉ. आर. के. जांगिड़ ने बताया कि बच्ची को बेहोशी की हालत में लाया गया था। प्रारंभिक जांच में कार्डियक अरेस्ट की पुष्टि हुई। प्राथमिक उपचार के बाद उसकी हालत सामान्य लग रही थी, लेकिन एहतियात के तौर पर उसे सीकर जिला अस्पताल रेफर किया गया। दुर्भाग्यवश, सीकर ले जाते समय रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।
परिवार सदमे में, दादा बोले- “बिलकुल स्वस्थ थी मेरी पोती”
प्राची के दादा रामेश्वर कुमावत ने बताया कि पोती की तबीयत ठीक थी और उसे कोई गंभीर बीमारी नहीं थी। “वह पढ़ाई में तेज़ थी, समझदार थी, रोज स्कूल जाती थी। हमें कभी अंदेशा भी नहीं था कि इतनी छोटी उम्र में उसे हार्ट अटैक आ सकता है,” उन्होंने कहा। प्राची के पिता पप्पू कुमार गुजरात की एक प्राइवेट कंपनी में कार्यरत हैं, जबकि उसका छोटा भाई अक्षत (4) यूकेजी में पढ़ता है।
स्कूल प्रशासन भी स्तब्ध, शिक्षक बोले – पहली बार ऐसा देखा
स्कूल के प्रधानाचार्य नंदकिशोर ने बताया कि यह हादसा उनके शिक्षण अनुभव में पहली बार हुआ है। “प्राची बेहद शांत और मेधावी छात्रा थी। उसके यूं अचानक चले जाने से स्कूल का हर बच्चा और स्टाफ स्तब्ध है,” उन्होंने भावुक स्वर में कहा।
सवालों के घेरे में बच्चों का स्वास्थ्य
इस दर्दनाक घटना ने एक बार फिर बच्चों के स्वास्थ्य और समय पर चिकित्सा जांच की आवश्यकता को रेखांकित किया है। विशेषज्ञों का मानना है कि बढ़ते तनाव, खानपान और जीवनशैली से जुड़ी समस्याएं अब किशोरों और बच्चों को भी प्रभावित कर रही हैं।
स्थानीय प्रशासन और चिकित्सा विभाग की सतर्कता आवश्यक
इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद अब चिकित्सा विभाग और प्रशासन पर यह जिम्मेदारी है कि स्कूलों में स्वास्थ्य संबंधी सावधानियों और प्रारंभिक चिकित्सा व्यवस्था को और सुदृढ़ किया जाए ताकि किसी अनहोनी की स्थिति में त्वरित और प्रभावी इलाज संभव हो सके।
प्राची के असामयिक निधन ने पूरे क्षेत्र को शोक में डुबो दिया है।
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