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वरिष्ठ नागरिक तीर्थयात्रा योजना 2025: उदयपुर सहित राजस्थान के सीनियर सिटीजन अब अटारी बॉर्डर और स्वर्ण मंदिर की सैर भी कर सकेंगे

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24 न्यूज अपडेट जयपुर। राजस्थान सरकार के देवस्थान विभाग द्वारा चलाई जा रही वरिष्ठ नागरिक तीर्थयात्रा योजना–2025 में इस बार यात्रियों को धार्मिक स्थलों के साथ देशभक्ति स्थलों की भी यात्रा कराई जाएगी। इसके तहत राजस्थान के वरिष्ठ नागरिकों को अमृतसर स्थित स्वर्ण मंदिर के साथ-साथ अटारी बॉर्डर की रिट्रीट सेरेमनी भी दिखाई जाएगी।

6 जुलाई को उदयपुर से वैष्णो देवी के लिए ट्रेन
देवस्थान विभाग की तीसरी भारत गौरव पर्यटक ट्रेन 6 जुलाई को उदयपुर से माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए रवाना होगी। यह ट्रेन अजमेर और जयपुर होते हुए अमृतसर पहुंचेगी, जहाँ तीर्थयात्रियों को स्वर्ण मंदिर के दर्शन के साथ-साथ अटारी बॉर्डर पर परेड का विशेष अनुभव भी कराया जाएगा। इसके बाद ट्रेन कटरा जाकर यात्रियों को माता वैष्णो देवी के दर्शन करवाएगी।

27 जून को डूंगरपुर से रामेश्वरम के लिए ट्रेन, उदयपुर के 376 यात्री शामिल
इससे पहले, 27 जून को डूंगरपुर से रामेश्वरम के लिए ट्रेन रवाना होगी, जो उदयपुर से होकर गुजरेगी। इस ट्रेन में डूंगरपुर के 400 और उदयपुर (राणाप्रतापनगर स्टेशन) से 376 वरिष्ठ नागरिक, तथा 24 ट्रेन स्टाफ सहित कुल 800 यात्री सवार होंगे।

14 जुलाई को अजमेर से रामेश्वरम के लिए अगली ट्रेन
अगली तीर्थ यात्रा 14 जुलाई को अजमेर से रामेश्वरम के लिए रवाना होगी, जो भीलवाड़ा होते हुए जाएगी। इसके अलावा योजना के अंतर्गत जयपुर से भी रामेश्वरम यात्रा प्रस्तावित है।

पटना साहेब और नांदेड़ साहेब की यात्रा भी प्रस्तावित
देवस्थान विभाग की योजना में सिख समुदाय के वरिष्ठ नागरिकों के लिए पटना साहेब (बिहार) और नांदेड़ साहेब (महाराष्ट्र) की तीर्थ यात्रा भी जोड़ी जा रही है। यदि किसी यात्रा के लिए 800 यात्री एकत्रित हो जाते हैं, तो विशेष ट्रेन चलाई जाएगी, अन्यथा वैकल्पिक माध्यम से दर्शन की व्यवस्था की जाएगी।

सीटों में भारी वृद्धि: अब 56 हजार वरिष्ठ नागरिक करेंगे यात्रा
देवस्थान मंत्री जोराराम कुमावत ने जानकारी दी कि इस बार योजना के तहत यात्रियों की संख्या में वृद्धि की गई है। पहले 35 हजार वरिष्ठ नागरिक ही ट्रेन और हवाई यात्रा के माध्यम से यात्रा कर पाते थे, लेकिन अब यह संख्या बढ़ाकर 56 हजार कर दी गई है। इनमें से 50 हजार यात्री ट्रेन से और 6 हजार यात्री हवाई मार्ग से तीर्थ यात्रा करेंगे.

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