24 News Update सागवाड़ा (जयदीप जोशी)। आसपुर मार्ग, लोहारिया तालाब के सामने स्थित कान्हडदास धाम रामद्वारा में दीपावली उत्सव के अवसर पर शाहपुरा धाम के रामस्नेही संत गोपालराम महाराज, तिलकराम, बाल संत गोविंदराम और रविराम द्वारा भव्य सत्संग और भजन कीर्तन आयोजित किया गया। संत गोपालराम ने अपने प्रवचन में कहा कि समाज का वास्तविक कल्याण परिवार में सामंजस्य और भीतर की एकरूपता से संभव है। उन्होंने कहा कि अहंकार न केवल व्यक्तिगत जीवन को प्रभावित करता है बल्कि समुदाय के सामूहिक भाव को भी कमजोर कर देता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि विनम्रता, छोटे-छोटे त्याग और आपसी सम्मान ही समाज की जड़ों को मजबूत करते हैं। संत ने कहा कि पाप के कार्यों का निवारण करना और अच्छे कार्यों को दैनिक जीवन में अपनाना प्रत्येक व्यक्ति का कर्तव्य है।
संत तिलकराम ने भक्ति और कर्म के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि भक्ति बंधन मुक्त कर सीधे भगवान के चरणों तक पहुंचाती है। उन्होंने सत्संग को केवल सुनने तक सीमित न रखते हुए उसे जीवन में उतारने का महत्व बताया। बाल संत गोविंदराम और रविराम ने भक्तों के बीच “जब कोई नहीं आता मेरे राम आते हैं”, “मेरे दुख के दिनों में वो बड़े काम आते हैं” सहित कई भजन प्रस्तुत किए, जिन पर उपस्थित भक्त झूम उठे।
प्रवक्ता बलदेव सोमपुरा ने बताया कि मंगलवार तक संत प्रातः 9:30 बजे से सत्संग एवं भजन कीर्तन जारी रखेंगे। बुधवार को प्रातः 8 बजे नव वर्ष का आयोजन भी किया जाएगा, जिसमें अधिक से अधिक भक्तों के शामिल होने की संभावना जताई गई है। संध्याकालीन आरती भी संतों के सानिध्य में संपन्न होगी। इस अवसर पर संत प्रसाद विष्णु भासरिया परिवार का रहा। कार्यक्रम में सुधीर वाडेल, सुरेंद्र शर्मा, नाथू परमार, कल्पेश शर्मा, राजेश्वरी शर्मा, हंसी परमार सहित रामस्नेही भक्त उपस्थित रहे।
कान्हडदास धाम रामद्वारा में दीपावली पर सत्संग और भजन कीर्तन का आयोजन

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