24 News Update भीलवाड़ा। हलेड़ गांव के पूर्व सरपंच और कांग्रेस नेता हरफूल जाट पर हुए हमले और फायरिंग के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने इस वारदात में शामिल सरपंच पति, उसके बेटे, भतीजे और दोस्त सहित कुल चार लोगों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने बताया कि दो हमलावरों के साथ साजिश रचने वाले भाजपा नेता और सरपंच पति बालूलाल आचार्य तथा आरोपियों को भगाने में मदद करने वाले उसके दोस्त को भी पकड़ा गया है। शनिवार देर रात तीन आरोपियों को डिटेन किया गया था, जिनके पैर में चोट लगने के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
फायरिंग और मारपीट का सीन कराया गया रीक्रिएट
रविवार दोपहर पुलिस ने आरोपियों को औपचारिक रूप से गिरफ्तार करने के बाद शाम करीब 5ः30 बजे उन्हें वारदात स्थल पर लेकर पहुंची। यहां सरकारी दरवाजे और फायरिंग वाली जगह पर फायरिंग व मारपीट का सीन रीक्रिएट कराया गया। पुलिस ने घटनाक्रम की पूरी डिटेल ली और साक्ष्य एकत्र किए।
भागने की कोशिश में घायल हुए आरोपी
गिरफ्तारी से बचने के लिए गोपाल, अक्षय और मनीष ने शनिवार रात पुलिस को चकमा देकर भागने का प्रयास किया। इसी दौरान तीनों गिर पड़े और उनके पैरों में फ्रैक्चर हो गया। पुलिस ने उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उनके पैरों पर प्लास्टर चढ़ाया गया।
भाजपा नेता बालूलाल आचार्य को जेल भेजा गया
पुलिस ने रविवार दोपहर भाजपा नेता बालूलाल आचार्य को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। वहीं, पुलिस ने बताया कि शेष तीनों आरोपियों कृ अक्षय आचार्य, गोपाल आचार्य और मनीष सालवी कृ को सोमवार को अदालत में पेश किया जाएगा।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कार्रवाई को बताया फर्जी
दूसरी ओर, कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आरोपियों की परेड और पुलिस कार्रवाई को फर्जी करार दिया। कांग्रेस नेता महेश सोनी और दुर्गेश शर्मा ने चेतावनी दी कि यदि पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई नहीं की, तो राज्यभर में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
ऐसे हुआ था हमला
शनिवार शाम करीब 7 बजे भीलवाड़ा के मेन मार्केट में दो बदमाशों ने पूर्व सरपंच और कांग्रेस नेता हरफूल जाट पर हमला किया था। हमलावरों ने तलवार, सरिए और बंदूक से फायरिंग कर हमला बोला, जिससे हरफूल गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे तत्काल महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
सूचना मिलते ही सीओ सिटी मनीष बड़गुर्जर और कोतवाल गजेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे। पुलिस को घटनास्थल से तलवार और लाठी बरामद हुई। बाद में एसपी धर्मेंद्र सिंह ने भी घटनास्थल का निरीक्षण कर विशेष जांच टीमों का गठन किया।
सीसीटीवी और मोबाइल लोकेशन से खुला राज
पुलिस की जांच टीमों ने सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल लोकेशन और पुरानी रंजिश को आधार बनाते हुए वारदात का राज खोला। टीमों ने भाजपा नेता व सरपंच पति बालूलाल आचार्य, उसका बेटा अक्षय आचार्य, भतीजा गोपाल आचार्य और दोस्त मनीष सालवी को दबोचा।
एक टीम ने बालूलाल और गोपाल को भीलवाड़ा से, जबकि दूसरी टीम ने अक्षय और मनीष को किशनगढ़ से गिरफ्तार किया।
पुलिस की कड़ी निगरानी में आगे की कार्रवाई जारी
पुलिस अब आरोपियों से पूछताछ कर हमले की पृष्ठभूमि और हथियारों की सप्लाई चैन का पता लगा रही है। वहीं, कांग्रेस नेताओं ने कहा है कि घटना राजनीतिक साजिश का हिस्सा है, जिसकी निष्पक्ष जांच की मांग की जाएगी।

