24 News update Dungarpur
डूंगरपुर जिले के सागवाड़ा नगर पालिका में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल सामने आया है। स्वायत्त शासन विभाग ने नगर पालिका अध्यक्ष नरेंद्र खोड़निया और उपाध्यक्ष मोहम्मद इस्माइल घांची को निलंबित कर दिया है। इन दोनों पर गंभीर आरोप हैं—नियमों के खिलाफ 2017 में निर्मित नगर पालिका भवन को ढहाने और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ नेशनल हाईवे 927A के किनारे अवैध पट्टे जारी करने का मामला भी शामिल है।
इस मामले की जांच डीडीआर उदयपुर की ओर से की गई थी, जिसमें आरोपों की पुष्टि होने के बाद विभाग ने कार्रवाई करते हुए निलंबन के आदेश जारी किए। जांच में यह स्पष्ट हुआ कि अध्यक्ष खोड़निया ने नियमों की अवहेलना करते हुए भवन को गिरवाया, वहीं उपाध्यक्ष इस्माइल ने प्रशासन शहरों के संग अभियान के तहत नियमों को ताक पर रखकर पट्टा जारी कर दिया।
उल्लेखनीय है कि नरेंद्र खोड़निया, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी दिनेश खोड़निया के भाई हैं, जिससे मामला और अधिक राजनीतिक रंग ले चुका है। भाजपा ने पहले ही नगर पालिका भवन गिराने के मुद्दे को लेकर विरोध जताया था और इसकी शिकायत की थी। वहीं, हाईकोर्ट ने भी भवन तोड़ने पर रोक लगाई थी।
अपने बचाव में नरेंद्र खोड़निया ने सफाई दी है कि सभी कार्य नियमों के तहत किए गए हैं। उन्होंने दावा किया कि भवन का अधिकांश हिस्सा जर्जर था और जो ढांचा गिराया गया, वह नक्शे के अनुरूप बाधा बन रहा था। पट्टे जारी करने को लेकर भी उन्होंने प्रक्रिया की पूर्ण पालना की बात कही। साथ ही, खोड़निया ने आरोप लगाया कि यह कार्रवाई भाजपा सरकार की राजनीतिक साजिश का हिस्सा है, जिसमें कुछ कांग्रेस पार्षद और भू-माफिया भी शामिल हैं।
यह मामला अब सागवाड़ा की राजनीति और प्रशासनिक पारदर्शिता दोनों पर सवाल खड़ा कर रहा है।

