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स्मार्ट मीटर लगाने और बिजली के निजीकरण का विरोध,माकपा और एमसीपीआई (यू) ने किया एवीवीएनएल कार्यालय पर प्रदर्शन, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन

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24 News Update उदयपुर। शहर में स्मार्ट मीटर लगाने, बिजली के बढ़ते स्थायी शुल्क, और बिजली सेवाओं के निजीकरण के खिलाफ सोमवार को भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) एवं मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (यूनाइटेड) की ओर से सविना स्थित अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (एवीवीएनएल) कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया गया।
कार्यकर्ताओं ने कहा कि स्मार्ट मीटर योजना उपभोक्ताओं पर आर्थिक बोझ डाल रही है। इस योजना के तहत बिना पूर्व सहमति के लगाए गए स्मार्ट मीटरों से बिजली बिल कई गुना बढ़ गए हैं, जिससे आम जनता परेशान है। प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि लगाए गए स्मार्ट मीटरों को तुरंत हटाकर पुराने मीटर पुनः लगाए जाएं और स्मार्ट मीटर योजना को स्थायी रूप से बंद किया जाए।
माकपा शहर सचिव हीरालाल सालवी ने कहा कि स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया पारदर्शी नहीं है। मीटर गलत रीडिंग दे रहे हैं और कई बार बिलों में त्रुटियां सामने आ रही हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को बिजली के बड़े स्थाई शुल्क को खत्म कर बिजली दरों को सस्ता करना चाहिए। साथ ही बार-बार होने वाली बिजली कटौती और अवैध वसूली पर भी रोक लगाई जाए।
प्रदर्शनकारियों ने यह भी मांग की कि राज्य सरकार बिजली आपूर्ति व्यवस्था का निजीकरण बंद करे। उनका कहना है कि बिजली वितरण कंपनियों में निजीकरण से उपभोक्ताओं की परेशानी बढ़ेगी और कर्मचारियों की सुरक्षा व नौकरी पर भी खतरा पैदा होगा। उन्होंने सरकार से मांग की कि विभाग में रिक्त पदों को तुरंत भरा जाए ताकि सेवा व्यवस्था में सुधार हो सके।
इस दौरान कार्यकर्ताओं ने एवीवीएनएल के सहायक अभियंता को प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा, जिसमें इन सभी मांगों को शामिल किया गया। ज्ञापन में कहा गया है कि सरकार जनहित में स्मार्ट मीटर योजना को निरस्त करे, बिजली बिलों की त्रुटियों को सुधारने की पारदर्शी व्यवस्था बनाए, और उपभोक्ताओं से जबरन वसूली पर रोक लगाए।
प्रदर्शन में माकपा राज्य कमेटी सदस्य विमल भगोरा, माकपा जिला सचिव राजेश सिंघवी, माकपा पार्षद राजेंद्र वसीटा, माकपा जिला सचिव मंडल सदस्य गुमान सिंह राव, माछला मंगरा शाखा सचिव अमजद शेख, स्ट्रीट वेंडर शाखा सचिव मोहम्मद शाहिद, ठेला व्यवसायी मजदूर यूनियन अध्यक्ष मोहम्मद निजाम, एमसीपीआई (यू) जिला सचिव रामचंद्र शर्मा, और कच्ची बस्ती फेडरेशन सचिव रघुनाथ सिंह सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल हुए।
प्रदर्शनकारियों ने नारे लगाकर सरकार से मांग की कि जनता पर लादी जा रही बिजली संबंधी नीतियों की समीक्षा की जाए और उपभोक्ता हित में निर्णय लिया जाए।
माकपा नेताओं ने कहा कि यदि सरकार ने मांगों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं की तो आने वाले दिनों में आंदोलन को और व्यापक रूप दिया जाएगा। कार्यक्रम का संचालन माकपा शहर सचिव हीरालाल सालवी ने किया और प्रदर्शन शांतिपूर्ण रूप से संपन्न हुआ।

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