24 न्यूज अपडेट, किशनगढ़। अगर एक मंत्री ठान लें कि मिलावटखोरों की खैर लेनी है तो पूरा का पूरा सिस्टम हिला सकता है। मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने दो दिन में भ्रष्ट तंत्र का खाद-पानी रोक दिया। बंदी लेने वाले अधिकारियों, नेताओं से लेकर मिलावटखोरों तक के होंश उड़े हुए हैं।
कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने नकली उर्वरक बनाने वाली फैक्ट्रियों के खिलाफ शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन सख्त कार्रवाई की। किशनगढ़ क्षेत्र के डींडवाड़ा, बांदरसिंदरी और चौसला गांवों में फैक्ट्रियों पर अचानक पहुंचे मंत्री को देखकर कई कर्मचारी फैक्ट्रियों में ताला लगाकर फरार हो गए। इस दौरान अधिकारियों की टीम ने मौके पर जांच करते हुए 5 फैक्ट्रियों को सीज कर दिया।
गुरुवार को की गई कार्रवाई के बाद मंत्री मीणा किशनगढ़ में ही आरके मार्बल के गेस्ट हाउस में रुके थे। शुक्रवार सुबह उन्होंने फिर निरीक्षण शुरू किया। पहले डींडवाड़ा की राधिका एग्रो फैक्ट्री, फिर बांदरसिंदरी की एक अन्य फैक्ट्री का निरीक्षण किया। इसके बाद जब मंत्री चोसला गांव पहुंचे, तो वहां स्थित श्री एग्रो फैक्ट्री के कर्मचारी खाद बाहर फेंक कर फैक्ट्री बंद कर भाग निकले। मंत्री ने अधिकारियों को तत्काल फैक्ट्री खोलकर जांच के निर्देश दिए।
अधिकारियों ने 5 फैक्ट्रियों को किया सीज
जयपुर और अजमेर के कृषि विभाग के अधिकारियों ने किशनगढ़ क्षेत्र के उदयपुरकलां और टीकावड़ा गांवों में भी कार्रवाई की। अजमेर जिले की आत्मा परियोजना की प्रोजेक्ट डायरेक्टर उषा चितारा ने बताया कि शुक्रवार को भूमि एग्रोटेक्स, गोवर्धन एग्रो और टीकावड़ा की दो अन्य फैक्ट्रियों को सीज किया गया है। साथ ही टेम्पो, जेसीबी और ट्रेलर जैसी मशीनें जब्त की गईं।
अब तक 34 फैक्ट्रियां जांच के घेरे में
कृषि विभाग के डिप्टी डायरेक्टर (फर्टिलाइजर्स) नवलकिशोर मीणा ने बताया कि किशनगढ़ विधानसभा क्षेत्र की 34 फैक्ट्रियों को जांच के लिए चिह्नित किया गया है। इनमें से कुछ फैक्ट्रियों से उत्तर भारत के कई राज्यों दृ हरियाणा, पंजाब, बिहार तक नकली उर्वरक की आपूर्ति की जा रही थी, इसकी प्राथमिक जानकारी सामने आई है।
गुरुवार को जिन फैक्ट्रियों पर की गई थी जांच
गुरुवार को मंत्री किरोड़ी मीणा ने किशनगढ़ की निम्नलिखित 12 फैक्ट्रियों में जांच की थीः अतिशय बायोटेक इंडस्ट्रीज लिमिटेड, कमला बायो ऑर्गेनिक्स इंडस्ट्रीज लिमिटेड ट्रॉपिकल एग्रो सिस्टम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड राघव एग्रो इंडस्ट्रीज श्री गोवर्धन एग्रो दिव्या एग्रो फर्टिलाइजर इंडस्ट्रीज, नालू भूमि एग्रो इंडस्ट्रीज श्रीनाथ एग्रो इंडस्ट्रीज एशिया डोन बायोकेयर, जयपुर वर्दी जल एग्री टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड, अजमेर
11-12. अन्य दो फैक्ट्रियों का भी निरीक्षण किया गया। अब कृषि विभाग इन फैक्ट्रियों के मालिकों की पहचान कर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर रहा है।

