24 News update उदयपुर। राजस्थान सरकार के कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने गुरुवार को एक बार फिर कड़ा एक्शन लेते हुए उदयपुर के उमरड़ा स्थित पटेल फॉस्फोरस कंपनी पर अचानक छापा मारा। यह फैक्ट्री आर्गेनिक खाद का उत्पादन करती है, लेकिन यहां बड़े पैमाने पर मिलावट की पुष्टि हुई है। मंत्री ने मौके पर पहुंचकर सख्त लहजे में कहा कि किसानों को बर्बाद करने वालों को किसी भी सूरत में छोड़ा नहीं जाएगा।
8 सैंपल फेल, सब्सिडी भी की जा चुकी है सस्पेंड
मंत्री मीणा ने बताया कि मई माह में यहां से लिए गए अलग-अलग खाद के नमूने जांच में फेल पाए गए हैं। कुल 8 सैंपल मानकों पर खरे नहीं उतरे। पहले भी इस फैक्ट्री की शिकायतें मिल चुकी थीं। मामले की गंभीरता को देखते हुए केंद्र सरकार की टीम ने भी यहां जांच की थी, जिसके बाद इस फर्म की छह महीने की सब्सिडी पहले ही सस्पेंड कर दी गई थी। इसके बावजूद फैक्ट्री में मिलावटी और घटिया खाद का निर्माण जारी है।
किसानों को लूटने का लगाया आरोप
मंत्री ने बताया कि भारत सरकार इस प्रकार की आर्गेनिक खाद पर प्रति पैकेट 328 रुपए की सब्सिडी देती है, लेकिन ऐसे तत्व उस सब्सिडी का दुरुपयोग कर रहे हैं। घटिया गुणवत्ता का खाद बनाकर सीधे-सीधे किसानों के हितों पर कुठाराघात किया जा रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि ऐसी हर कंपनी के सैंपल लेकर सख्त जांच कराई जाएगी और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सभी कंपनियों की होगी गुणवत्ता जांच
कृषि मंत्री ने कहा कि यह कार्रवाई सिर्फ एक कंपनी तक सीमित नहीं रहेगी। राज्य में सभी खाद-बीज कंपनियों की गुणवत्ता की जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी फर्मों को सख्त निर्देश दिए जाएंगे कि वे अपने उत्पादों की गुणवत्ता में सुधार करें, वरना उनके खिलाफ भी वैसी ही कार्रवाई की जाएगी।
किसानों से की अपील
मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने किसानों से अपील की कि वे अपने अधिकारों के प्रति सजग रहें और यदि उन्हें किसी खाद-बीज में संदेह हो तो तत्काल कृषि विभाग को सूचित करें। उन्होंने भरोसा दिलाया कि किसानों को ठगने वाले किसी भी तत्व को सरकार बख्शने वाली नहीं है।
राजस्थान सरकार के कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने नकली खाद और बीज के खिलाफ राज्यभर में व्यापक छापामारी अभियान चला रखा है। अब तक उन्होंने विभिन्न जिलों की दर्जनों कंपनियों, फैक्ट्रियों और गोदामों पर औचक निरीक्षण कर कड़ी कार्रवाई की है। यहां उन प्रमुख कंपनियों और स्थानों की सूची दी जा रही है, जहां उन्होंने छापे मारे:
🧾 छापेमारी की प्रमुख कंपनियाँ और स्थान
1. अजमेर (किशनगढ़ और आसपास के क्षेत्र)
- नकली डीएपी, एसएसपी, पोटाश, जिप्सम खाद का निर्माण और भंडारण।
- 12 से अधिक कंपनियों पर कार्रवाई।
- जब्त सामग्री: हजारों कट्टे नकली खाद और कच्चा माल।
2. जयपुर
- नीलकंठ एग्रो जेनेटिक्स
- बिना लाइसेंस के ह्यूमिड एसिड और अन्य रसायनों का निर्माण।
- फैक्ट्री सीज की गई।
3. श्रीगंगानगर (RIICO औद्योगिक क्षेत्र)
- श्री राम सीड्स फैक्ट्री
- नकली और रंग मिले बीजों की आपूर्ति का भंडाफोड़।
- कैंसरकारक रंगों से युक्त बीज जब्त।
4. उदयपुर (उमरड़ा)
- पटेल फास्फोरस कंपनी
- आर्गेनिक खाद में बड़े पैमाने पर मिलावट।
- 8 सैंपल फेल, सब्सिडी निलंबित।
🏭 अन्य प्रमुख कंपनियाँ जिन पर कार्रवाई हुई
(अजमेर और किशनगढ़ क्षेत्र में फैक्ट्रियाँ)
- अतिशय बायोटेक इंडस्ट्रीज
- कमला बायो ऑर्गेनिक्स
- ट्रॉपिकल एग्रो सिस्टम इंडिया
- राघव एग्रो
- गोवर्धन एग्रो
- दिव्या एग्रो फर्टिलाइजर इंडस्ट्रीज
- भूमि एग्रो
- श्रीनाथ एग्रो
- वर्दी जल एग्री टेक्नोलॉजी
✅ सारांश तालिका
| स्थान | उत्पाद | कार्रवाई की गई कंपनियाँ |
|---|---|---|
| किशनगढ़–अजमेर | नकली खाद | 12+ कंपनियाँ (सूची ऊपर) |
| जयपुर | रसायन | नीलकंठ एग्रो जेनेटिक्स |
| श्रीगंगानगर | नकली बीज | श्री राम सीड्स फैक्ट्री |
| उदयपुर (उमरड़ा) | आर्गेनिक खाद | पटेल फास्फोरस कंपनी |

