24 News Update उदयपुर। महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर के प्रौद्योगिकी एवं अभियांत्रिकी महाविद्यालय में मृदा एवं जल संसाधन प्रबंधन विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन बुधवार को किया गया। यह कार्यक्रम भारतीय सर्वेक्षण विभाग, जयपुर एवं अखिल भारतीय सिंचाई जल प्रबंधन अनुसंधान परियोजना के संयुक्त तत्वावधान में सम्पन्न हुआ।
कार्यशाला के प्रथम सत्र में भारतीय सर्वेक्षण विभाग, जयपुर के सर्वेक्षण अधिकारी श्री सत्यार्थ प्रकाश, श्री कासिम खान तथा सर्वेयर जी. एस. सेलोपाल ने विभाग द्वारा प्रदान की जा रही विविध सेवाओं एवं मानचित्रों के उपयोग पर विस्तृत जानकारी दी।
श्री कासिम खान ने प्रतिभागियों को ड्रोन सर्वे की कार्यप्रणाली समझाते हुए ड्रोन द्वारा तैयार किए गए वीडियो प्रस्तुत किए।
वहीं, श्री जी. एस. सेलोपाल ने विभाग द्वारा बनाए गए महत्वपूर्ण नक्शे एवं आंकड़े विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक डॉ. मनजीत सिंह को शोध प्रयोजनों हेतु भेंट किए।
कार्यशाला के द्वितीय सत्र में डॉ. मनजीत सिंह ने डीजीपीएस आधारित उच्च-गुणवत्ता (2 सेंटीमीटर तक) सर्वेक्षण तकनीक, ड्रोन से एरियल फोटोग्राफी, प्राप्त फोटोग्रामेट्रिक डेटा के परिशोधन एवं विश्लेषण की प्रक्रिया को विस्तार से समझाया। उन्होंने जीपीआर (ग्राउंड पेनिट्रेटिंग रडार) तकनीक द्वारा भूगर्भीय संरचनाओं व भूमि प्रोफाइल अध्ययन के व्यावहारिक उपयोग पर भी चर्चा की।
इसके बाद डॉ. के. के. यादव ने सिंचाई एवं जल प्रबंधन परियोजना के अंतर्गत भूजल प्रबंधन से जुड़े विभिन्न कार्यों, उपलब्धियों एवं अनुसंधान गतिविधियों की जानकारी दी।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. उर्मिला चौधरी द्वारा किया गया। कार्यशाला में विश्वविद्यालय के मृदा एवं अभियांत्रिकी विभाग, मृदा विज्ञान विभाग, तथा सस्य विज्ञान विभाग से 100 से अधिक छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
डॉ. जी. एल. मीना, मीडिया प्रकोष्ठ एवं जनसंपर्क अधिकारी, महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर ने यह जानकारी दी।
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