24 न्यूज अपडेट, जोधपुर। जोधपुर शहर में शुक्रवार को पुलिस ने संगठित अपराध के खिलाफ बड़ी चोट मारते हुए उदयपुर के कुख्यात हिस्ट्रीशीटर नरेश हरिजन को उसके साथी अमन वाल्मीकि के साथ दबोच लिया। दोनों एक हाई-प्रोफाइल मर्डर की प्लानिंग में जुटे थे लेकिन उससे पहले ही पुलिस की तेज कार्रवाई ने पूरा खेल बिगाड़ दिया। इस बदमाश पर हाल ही में उदयपुर आईजी ने 50 हजार के इनाम की घोषणा की थी।
पुलिस कमिश्नर ओमप्रकाश के निर्देशन में चली इस ऑपरेशन में तीन पिस्टल दो कारतूस और एक क्रेटा जब्त की गई। इस गिरफ़्तारी को पुलिस की एक बड़ी कामयाबी माना जा रहा है।
कैसे चढ़े पुलिस के हत्थे
सूचना मिली थी कि शहर में कुछ अपराधी सक्रिय हैं। इस जानकारी को DCP PD नित्या की मॉनिटरिंग में बीट कांस्टेबल प्रकाश ने आगे बढ़ाया। कार्रवाई आगे बढ़ी और महामंदिर थाना टीम ने दो संदिग्धों को घेरा।
पूछताछ के बाद पता चला कि उनमें से एक था — नरेश हरिजन — उदयपुर का मोस्ट वांटेड हिस्ट्रीशीटर जिसके खिलाफ 37 मुकदमे दर्ज हैं और जिसकी गिरफ्तारी पर 50 हजार का इनाम घोषित था। उसके साथ पकड़ा गया अमन वाल्मीकि जिसके खिलाफ 6 मामले दर्ज हैं।
दोनों पर संगठित अपराध की धारा 111 लागू की गई है।
नरेश हरिजन की नई साजिश का पर्दाफाश
जांच में सामने आया कि नरेश उदयपुर के हार्डकोर अपराधी प्रवीण कसेटा की हत्या की साजिश रच रहा था। दोनों गैंगों के बीच पुरानी रंजिश है और नरेश इस बार बड़ा वार करने की फिराक में था।
जोधपुर में छिपने के दौरान वह कुछ दिनों तक श्मशान घाट में भी रहा जिससे गतिविधियां और संदिग्ध लगने लगीं… पुलिस ने निगरानी तेज की और आखिरकार दोनों को दबोच लिया।
हथियार सप्लाई की कड़ी उजागर
पूछताछ में पता चला कि हथियार मध्यप्रदेश से खरीदे गए थे और दोनों अपनी अलग गैंग भी चला रहे थे। हथियार अब FSL जांच में भेजे गए हैं। क्रेटा कार भी पुलिस ने अपने कब्जे में ले ली है।
बीट कांस्टेबल के लिए सम्मान की सिफारिश
इस पूरी कार्रवाई में बीट कांस्टेबल प्रकाश की सतर्कता बड़ी वजह बनी। इसलिए पुलिस उसकी गैलेंट्री अवॉर्ड के लिए सिफारिश भेज रही है।
ऑपरेशन में महामंदिर थाना प्रभारी देवेंद्र सिंह देवड़ा और पूरी टीम शामिल रही।

