24 News Update झुंझुनूं। स्मार्ट मीटर हटाओ संघर्ष समिति के आह्वान पर बुधवार को झुंझुनूं जिले सहित चिड़ावा, खेतड़ी और पिलानी में बाजार, स्कूल और परिवहन सेवाएं पूर्णतः बंद रही। सुबह से ही दुकानों के शटर बंद नज़र आए तथा स्कूलों में भी शिक्षण कार्य स्थगित रहा। शहर में जब एक ढाबा खुला दिखा तो संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर समझाइश की और उसे भी बंद करवाया। इसी प्रकार ई-रिक्शा में बैठी सवारियों को उतारकर बंद का पालन करवाया गया।
झुंझुनूं शहर में गांधी चौक से कलेक्ट्रेट तक एक विशाल रैली निकाली गई, जिसमें बड़ी संख्या में आमजन शामिल हुए। कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन करते हुए वक्ताओं ने चेतावनी दी कि यदि स्मार्ट मीटर लगाने का निर्णय वापस नहीं लिया गया तो आंदोलन और तेज किया जाएगा, क्योंकि यह सीधा जनता से जुड़ा मामला है।
इस दौरान बार यूनियन ने भी कार्य का बहिष्कार किया तथा वकीलों ने अदालत परिसर में नारेबाजी कर आंदोलन का समर्थन जताया।
संघर्ष समिति से जुड़े पदाधिकारियों ने कहा कि— ▪️ स्मार्ट मीटर किसानों और आम उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ डाल रहे हैं। ▪️ पहले से बिजली कटौती की समस्या है, ऊपर से प्रीपेड व्यवस्था और महंगे बिलों ने स्थिति और अधिक गंभीर कर दी है। बिना सहमति लिए जबरन स्मार्ट मीटर लगाए गए और मीटरों की तकनीकी खामियों के कारण बार-बार रीचार्ज और बिजली गुल होने की समस्या आ रही है।
तीन प्रमुख वजहें जिनके कारण विरोध तेज हुआ है –
1️⃣ स्मार्ट मीटर लगने के बाद बिल कई गुना बढ़ गए हैं और हर महीने चार्ज बिना किसी आधार के बढ़ते जा रहे हैं।
2️⃣ तकनीकी खराबी के कारण उपभोक्ताओं को बार-बार रीचार्ज एवं बिजली कटौती की परेशानी झेलनी पड़ रही है।
3️⃣ बिजली विभाग ने पारदर्शिता के बिना और बिना उपभोक्ताओं की सहमति के मीटर लगाए, जिससे आम जनता प्रीपेड सिस्टम और अधिक बिलों के दोहरे दबाव में है।
सरकार का पक्ष –
➡️ स्मार्ट मीटर से बिजली बिल अधिक नहीं आएंगे, बल्कि बिलिंग प्रक्रिया अधिक पारदर्शी और सटीक होगी।
➡️ उपभोक्ता को कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं देना पड़ेगा और बिल में कोई बाहरी चार्ज नहीं जुड़ेगा।
➡️ स्मार्ट मीटर में बिल निर्धारित तिथि को ऑटो-जनरेट होगा तथा भुगतान के लिए वर्तमान सभी विकल्प उपलब्ध रहेंगे।
इधर चिड़ावा में भी ट्रैक्टर और कारों के माध्यम से रैली निकालकर बाजार को बंद करवाया गया। रैली के माध्यम से लोगों ने चेतावनी दी कि यदि स्मार्ट मीटर नहीं हटाए गए तो यह आंदोलन जिलेभर में उग्र स्वरूप ले सकता है।
स्मार्ट मीटर के विरोध में झुंझुनूं बंद, गांधी चौक से कलेक्ट्रेट तक निकाली गई रैली, वकीलों ने किया कार्य बहिष्कार

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