24 News Update उदयपुर | राजस्थान के उदयपुर जिले स्थित झाड़ोल उपकारागृह को अब डिटेंशन सेंटर के रूप में अधिसूचित किया गया है। इस सेंटर में उदयपुर संभाग के विभिन्न जिलों से पकड़े गए अवैध विदेशी नागरिकों को अस्थायी रूप से रखा जाएगा। यह कदम क्षेत्र में गैरकानूनी रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों की पहचान और निर्वासन प्रक्रिया को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए उठाया गया है।
झाड़ोल जेल से डिटेंशन सेंटर में तब्दील
उदयपुर रेंज के महानिरीक्षक (आईजी) राजेश मीणा ने जानकारी दी कि झाड़ोल जेल में पहले मौजूद 47 कैदियों को अन्य जेलों में स्थानांतरित कर दिया गया है। इसके बाद इस परिसर को डिटेंशन सेंटर में परिवर्तित कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि यहां अब केवल ऐसे विदेशी नागरिकों को रखा जाएगा, जिनकी नागरिकता की पुष्टि नहीं हो पाई है या जो गैरकानूनी तरीके से भारत में रह रहे हैं।
सलूंबर में पकड़े गए 27 बांग्लादेशी होंगे शिफ्ट
आईजी मीणा ने बताया कि हाल ही में सलूंबर क्षेत्र में पुलिस ने 27 बांग्लादेशी नागरिकों को अवैध रूप से निवास करते हुए पकड़ा था। ये सभी अलग-अलग माइंस, फैक्ट्रियों, दुकानों और घरों में काम कर रहे थे। दस्तावेजों की जांच के दौरान ये सभी बांग्लादेशी नागरिक पाए गए। अब इन्हें झाड़ोल डिटेंशन सेंटर में शिफ्ट किया जा रहा है।
केंद्र सरकार की मंजूरी के बाद होगा निर्वासन
इन अवैध अप्रवासियों को अस्थायी रूप से झाड़ोल में रखा जाएगा। गृह मंत्रालय से मंजूरी मिलने और निर्वासन प्रक्रिया पूरी होने के बाद, उन्हें नियमानुसार पश्चिम बंगाल ले जाकर बीएसएफ (BSF) के माध्यम से बांग्लादेश सरकार को सौंपा जाएगा।
प्रशासन की तैयारी और सतर्कता
यह डिटेंशन सेंटर अब उदयपुर संभाग के लिए एकमात्र केंद्रीकृत स्थल होगा, जहां किसी भी जिले में पकड़े गए अवैध विदेशियों को रखा जाएगा। यह कदम राष्ट्रीय सुरक्षा, आप्रवासन नियंत्रण और जनसंख्या सत्यापन की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल मानी जा रही है।
झाड़ोल उपकारागृह बना डिटेंशन सेंटर: अवैध बांग्लादेशी नागरिकों को अस्थायी रूप से रखा जाएगा

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