भीलवाड़ा।
प्रतापनगर थाना पुलिस ने असली सोना बताकर पीतल के गहने बेचने वाले अंतरराज्यीय ठग गिरोह का पर्दाफाश करते हुए एक आरोपी को कर्नाटक से गिरफ्तार किया है। आरोपी ने पांच महीने पहले भीलवाड़ा में एक व्यापारी से 30 तोला “सोना” बताकर 23 लाख रुपये ठग लिए थे।
पुलिस के अनुसार आरोपी और उसके साथी खुद को साधारण मजदूर बताकर पुराने राजाओं के समय का सोना सस्ते दामों में बेचने का लालच देते थे। भरोसा दिलाने के लिए माला में कुछ असली सोने के मोती लगाए जाते थे, जिससे प्रारंभिक जांच में गहना असली प्रतीत होता था। सौदा तय होने पर भीड़भाड़ वाले स्थान पर पीतल की माला थमाकर आरोपी फरार हो जाते थे।
एसपी धर्मेंद्रसिंह यादव ने बताया कि 21 जुलाई को मिलन टॉकीज क्षेत्र निवासी व्यापारी से ठगी की वारदात सामने आई थी। जांच के बाद प्रतापनगर थाने में मामला दर्ज कर विशेष टीम गठित की गई। एएसपी पारस जैन और सीओ सिटी सज्जनसिंह के निर्देशन तथा सीआई राजपाल सिंह के नेतृत्व में पुलिस ने तकनीकी और खुफिया सूचनाओं के आधार पर मुख्य आरोपी खीमाराम बागरी (जालौर) को कर्नाटक से गिरफ्तार किया।
पूछताछ में सामने आया कि गिरोह राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र और कर्नाटक के कई शहरों में इसी तरह की ठगी कर चुका है। आरोपियों ने मेडिकल, कपड़ा, किराना और हार्डवेयर व्यापारियों को अपना निशाना बनाया। गिरोह में अन्य सदस्य भी शामिल हैं, जिनकी तलाश जारी है। पुलिस का कहना है कि पूरे नेटवर्क का खुलासा कर ठगी की राशि बरामद करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

