24 News Update न्यूयॉर्क। भारतीय मूल के डेमोक्रेट उम्मीदवार जोहरान ममदानी ने न्यूयॉर्क मेयर चुनाव में ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। 50.4% वोटों के साथ उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वियों को मात देते हुए शहर के सबसे युवा, पहले भारतवंशी और पहले मुस्लिम मेयर बनने का गौरव हासिल किया।
जोहरान मशहूर फिल्ममेकर मीरा नायर (‘मॉनसून वेडिंग’, ‘सलाम बॉम्बे’) और राजनीतिक विचारक महमूद ममदानी के बेटे हैं। जीत के ऐलान के बाद ब्रुकलिन पैरामाउंट थिएटर में आयोजित समारोह में उन्होंने अपनी मां को मंच पर गले लगाया और पत्नी के साथ बॉलीवुड गीत ‘धूम मचा ले’ पर थिरकते नजर आए।
नेहरू के शब्दों में दिया विजय भाषण
अपनी जीत के बाद ममदानी ने भावुक भाषण देते हुए भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के प्रसिद्ध ‘ट्रिस्ट विद डेस्टिनी’ भाषण का हवाला दिया। उन्होंने कहा— “आज न्यूयॉर्क ने एक नई दिशा में कदम बढ़ाया है, जहां हर नागरिक को बराबरी और सम्मान मिले।”
सादगी में जीने वाले नए मेयर
35 वर्षीय ममदानी फिलहाल न्यूयॉर्क के एस्टोरिया इलाके में किराए के घर में रहते हैं और रोजाना सबवे से सफर करते हैं। उनके पास न खुद की कार है, न आलीशान घर। फोर्ब्स के मुताबिक, उनकी कुल संपत्ति करीब $2 लाख (₹1.7 करोड़) है। अब वे शहर के मेयर के आधिकारिक निवास ग्रेसी मेंशन में रहेंगे और उन्हें सालाना $2.2 करोड़ रुपये वेतन मिलेगा।
जीत के पीछे चार बड़ी वजहें
महंगाई पर सीधा प्रहार — उन्होंने कहा कि न्यूयॉर्क ‘सिर्फ अमीरों का शहर’ नहीं रह सकता।
जनता से जुड़ाव — प्रचार में उन्होंने बिचौलियों के बजाय लोगों से सीधे संवाद किया।
इंटरनेट और युवाओं की ताकत — फुटबॉल टूर्नामेंट से लेकर LGBTQ बार तक, हर जगह युवाओं को जोड़ा।
स्पष्ट संदेश — “घर सबका हक है, सस्ता बनाओ; अमीरों पर टैक्स लगाओ,” जैसे नारों ने जनता को प्रभावित किया।
आगे की चुनौतियां
ममदानी अब अपने चुनावी वादों—फ्री चाइल्ड केयर, सस्ती हाउसिंग, मुफ्त बस सेवा और सिटी स्टोर्स—को पूरा करने की चुनौती से जूझेंगे। साथ ही, फेडरल फंडिंग पर ट्रम्प प्रशासन की चेतावनी और अपनी ही पार्टी के मध्यमार्गी धड़े से तालमेल बनाना भी उनके लिए मुश्किल साबित हो सकता है।
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