24 News update जोधपुर। राजस्थान के जोधपुर में आयकर विभाग की इन्वेस्टिगेशन विंग ने शुक्रवार सुबह एक प्रॉपर्टी डीलर और किसान के ठिकानों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई एक 6 करोड़ रुपये की ज़मीन डील में ब्लैक मनी के इस्तेमाल की गोपनीय शिकायत के बाद की गई। इस सौदे से जुड़े विवाद में किसान की बेटी और दामाद की नाराजगी ने मामले को और उलझा दिया, जिससे इनकम टैक्स विभाग का संदेह और गहरा हो गया।
पाल गांव और आशापूर्णा सिटी में एक साथ छापे
11 जुलाई की सुबह पाल गांव और जोधपुर की पॉश कॉलोनी आशापूर्णा सिटी में छापेमारी की गई। सूत्रों के अनुसार, लूणावास गांव की एक जमीन का सौदा किसान नारायण सिंह और प्रॉपर्टी डीलर जगदीश बाफना के बीच हुआ था। जमीन की कुल कीमत लगभग 6 करोड़ रुपये आंकी गई, जिसमें काले धन के लेनदेन के संकेत मिलने के बाद इनकम टैक्स विभाग हरकत में आया।
गुप्त जांच के बाद आईटी की कार्रवाई
इस सौदे को लेकर विभाग को एक गोपनीय शिकायत मिली थी। इसके बाद विभाग ने पंजीयन कार्यालय से दस्तावेज मंगवाए और खरीदार व विक्रेता दोनों की गुप्त जांच शुरू की। जब इस डील में टैक्स चोरी के पुख्ता प्रमाण मिले, तो दोनों ठिकानों पर एक साथ छापेमारी कर दी गई।
बेटी-दामाद के विवाद से खुला राज
मामले में दिलचस्प मोड़ तब आया, जब जानकारी मिली कि किसान के 6 बेटियों में से एक की बेटी और उसका दामाद इस डील में हिस्से की मांग को लेकर नाराज चल रहे थे। नारायण सिंह ने उन्हें लाखों रुपये देकर समझौता करने की कोशिश की, लेकिन दामाद द्वारा की गई लगातार शिकायतों में से एक शायद आयकर विभाग तक भी पहुंच गई, जिससे छापेमारी की नींव पड़ी।
करोड़ों की संपत्तियों के दस्तावेज जब्त
सूत्रों के मुताबिक, आयकर विभाग की टीमों को प्रॉपर्टी डीलर के ठिकाने से करोड़ों की संपत्तियों से जुड़े अहम दस्तावेज मिले हैं। इन दस्तावेजों की स्क्रूटनी की जा रही है। संभावना जताई जा रही है कि इन दस्तावेजों से अन्य सौदों में भी ब्लैकमनी का खुलासा हो सकता है।
कार्यवाही देर रात तक चलने की संभावना
फिलहाल दोनों ठिकानों पर आयकर विभाग की कार्रवाई देर रात तक जारी रहने की संभावना है। विभाग की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं हुआ है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि यह कार्रवाई जोधपुर में काले धन के नेटवर्क की जांच में एक अहम कड़ी साबित हो सकती है।

