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“कलमा नहीं तो गोली मारना कायरता”: पहलगाम हत्याकांड के विरोध में कानोड़ में हिन्दू संगठनों का आक्रोश

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24 News update कानोड़ ( राहुल पाटीदार): जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को निर्दोष पर्यटकों की धर्म पूछकर निर्मम हत्या के विरोध में कानोड़ नगर पालिका क्षेत्र में आक्रोश की लहर दौड़ गई। विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल और सर्व हिन्दू समाज के आह्वान पर नगर में एक विशाल आक्रोश रैली निकाली गई।

यह रैली शिवगंज बाजार से शुरू हुई और नगर के मुख्य मार्गों से होते हुए कोर्ट चौराहा तक पहुंची। रैली में शामिल आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने “पाकिस्तान मुर्दाबाद” के नारे लगाते हुए पड़ोसी देश के प्रति अपना कड़ा विरोध जताया। इसके बाद कोर्ट चौराहे पर प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तान का पुतला दहन कर अपना गुस्सा व्यक्त किया।

रैली को संबोधित करते हुए सर्व हिन्दू समाज के अध्यक्ष मनोज भणावत ने पहलगाम में हुई आतंकी घटना को जेहादी मानसिकता का घिनौना कृत्य बताया। उन्होंने कहा कि निर्दोष पर्यटकों को केवल उनका धर्म पूछकर गोली मारना कायरता की पराकाष्ठा है। भणावत ने जोर देकर कहा कि “कलमा नहीं तो गोली मारना” जैसी विचारधारा किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है।

इस अवसर पर विश्व हिन्दू परिषद के पूर्व संगठन मंत्री भगवती लाल शर्मा ने भारत सरकार द्वारा सिंधु जल समझौते को रद्द करने के फैसले की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह आतंकवाद के खिलाफ एक मजबूत कदम है। गीतकार प्रेम शंकर जोशी ने अपने प्रसिद्ध गीत “हिन्दू एक हो रे..” का गायन कर उपस्थित जनसमूह में एकता का संचार किया।

रैली के समापन पर विश्व हिन्दू परिषद के तूफान सिंह और हरिश लक्ष्यकार ने सभी कार्यकर्ताओं और उपस्थित लोगों का आभार व्यक्त किया। इसके पश्चात, प्रदर्शनकारियों ने अपनी मांगों का ज्ञापन नायब तहसीलदार मोबीन हुसेन को सौंपा, जिसमें आतंकवाद के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की गई। इस घटना ने कानोड़ के हिन्दू समुदाय में गहरा शोक और आक्रोश पैदा कर दिया है, जो पहलगाम के पीड़ितों के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं।

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