24 न्यूज अपडेट, उदयपुर। आदिवासी क्षेत्रों की मेधावी बालिकाओं के लिए शिक्षा के नए द्वार खुलने जा रहे हैं। मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना के तहत जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग द्वारा संचालित माणिक्यलाल वर्मा आदिम जाति शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान ने प्रसिद्ध ’फिजिक्स वाला’ कोचिंग संस्थान के साथ एक महत्वपूर्ण अनुबंध किया है। इस अनुबंध के माध्यम से टीएसपी (जनजाति उप योजना) क्षेत्र की 100 जनजाति बालिकाओं को नीट (मेडिकल प्रवेश परीक्षा) की उच्च स्तरीय निशुल्क कोचिंग प्रदान की जाएगी। समारोह के दौरान टीएडी आयुक्त शक्तिसिंह और टीआरआई निदेशक ओ. पी. जैन की उपस्थिति में माणिक्यलाल वर्मा संस्थान और फिजिक्स वाला के प्रतिनिधियों ने एमओयू (समझौता ज्ञापन) पर हस्ताक्षर किए। यह पहल मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना के दायरे में एक महत्वपूर्ण विस्तार मानी जा रही है, जिसका उद्देश्य सामाजिक और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के मेधावी छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए निशुल्क तैयारी का अवसर प्रदान करना है। इस योजना के तहत चयनित 100 बालिकाओं को न केवल गुणवत्तापूर्ण शिक्षण सामग्री और विशेषज्ञ मार्गदर्शन मिलेगा, बल्कि उनकी नियमित मूल्यांकन परीक्षाओं के माध्यम से तैयारी को सुदृढ़ भी किया जाएगा। कोचिंग की शुरुआत 14 मई से होगी।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना का उद्देश्य अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, विशेष पिछड़ा वर्ग, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग और अल्पसंख्यक समुदायों के विद्यार्थियों को आईएएस, आरएएस, आईआईटी, नीट जैसी विभिन्न राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए निशुल्क कोचिंग प्रदान कर उन्हें मुख्यधारा में लाना है। अब इस योजना के तहत जनजाति क्षेत्र की प्रतिभाशाली बालिकाओं को मेडिकल क्षेत्र में प्रवेश के सपने साकार करने का सशक्त माध्यम भी मिलेगा। टीएडी आयुक्त शक्तिसिंह ने कहा कि यह पहल जनजाति समाज की बालिकाओं के शैक्षणिक भविष्य को संवारने में मील का पत्थर साबित होगी। वहीं टीआरआई निदेशक ओ. पी. जैन ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण कोचिंग से बालिकाओं का आत्मविश्वास बढ़ेगा और वे मेडिकल क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छुएंगी।
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