24 News Update चित्तौड़गढ़। राजस्थान सरकार के वन, पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री श्री संजय शर्मा ने सोमवार को जिला परिषद सभागार में वन विभाग की योजनाओं, बजट घोषणाओं व कार्य प्रगति की समीक्षा बैठक की। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि जिले की सभी वन चौकियों और नाकों का निरीक्षण कर जर्जर भवनों की सूची तैयार की जाए और नवीन भवनों के निर्माण हेतु प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजे जाएं।
चौकियों की स्थिति पर होगी सख्त निगरानी
श्री शर्मा ने कहा कि किसी भी जर्जर भवन में चौकी या नाका संचालित नहीं होना चाहिए। विभाग को निर्देशित किया गया कि भवनों की स्थिति का तत्काल सर्वे कर नवीन निर्माण के प्रस्ताव तय प्रारूप में भिजवाए जाएं। उन्होंने यह भी चेताया कि वे भविष्य में औचक निरीक्षण करेंगे, ऐसे में अधिकारी सजग रहें और काम में लापरवाही न बरतें।
प्रकृति से जुड़ाव का प्रतीक है पौधारोपण
मंत्री ने “एक पेड़ मां के नाम” अभियान को जनभावनाओं से जुड़ा बताते हुए कहा कि यह केवल पर्यावरणीय जिम्मेदारी नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति और प्रकृति के प्रति श्रद्धा का प्रतीक है। उन्होंने इसे पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सशक्त जन-अभियान बताया और आमजन से अधिकाधिक भागीदारी की अपील की।
वन्यजीव सुरक्षा और योजनाओं की समीक्षा
बैठक में चित्तौड़गढ़ वन मण्डल के डीसीएफ श्री राहुल झांझड़िया ने विभागीय योजनाओं की प्रगति, इको सेंसेटिव जोन मास्टर प्लान, प्रे-बेस वृद्धि, लवकुश वाटिका, ग्रीन लंग्स डेवेलपमेंट, तथा पौधारोपण की स्थिति पर विस्तृत प्रस्तुति दी। इसके अलावा वंदे गंगा अभियान, मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन योजना, हरियालो राजस्थान अभियान, जियो टैगिंग, पौध वितरण, बजट वर्ष 2024-25 की प्रगति एवं पूर्व वर्षों की घोषणाओं की समीक्षा भी की गई।
जनप्रतिनिधियों की भागीदारी होगी सुनिश्चित
वन मंत्री ने कहा कि विभागीय कार्यों में जनप्रतिनिधियों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाए ताकि योजनाएं आमजन तक प्रभावी रूप से पहुंच सकें। उन्होंने जल संरक्षण, पौध संरक्षण एवं वन अधिकारों से संबंधित कार्यों को पारदर्शिता व निष्ठा से पूर्ण करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए।
वन मंत्री संजय शर्मा ने दिए सख्त निर्देश: जर्जर चौकियों का सर्वे कर भेजें प्रस्ताव, पौधारोपण को बताया पर्यावरण संरक्षण का संकल्प

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