24 News Update अहमदाबाद, अहमदाबाद से उड़ान भरते ही एअर इंडिया की फ्लाइट AI-171 के क्रैश में जान गंवाने वाले 270 लोगों के परिवार अब न्याय और मुआवजे की लड़ाई लड़ रहे हैं। ब्रिटेन की कानूनी फर्म स्टीवर्ट्स ने आरोप लगाया है कि एअर इंडिया पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने से बचने की कोशिश कर रही है। फर्म के वकील पीटर नीनन ने कहा है कि एयरलाइन ने मुआवजा देने से पहले पीड़ित परिवारों से अत्यधिक संवेदनशील वित्तीय विवरण मांगे, जिससे भविष्य में उन्हें कम मुआवजा दिया जा सके। उन्होंने कहा कि एअर इंडिया की यह रणनीति अंतरराष्ट्रीय नियमों के खिलाफ है और करीब 1,050 करोड़ रुपए बचाने की कोशिश का हिस्सा हो सकती है। नीनन ने आरोप लगाया कि एअर इंडिया के प्रतिनिधि मृतकों के परिजनों के घर जाकर फॉर्म भरने का दबाव बना रहे हैं। परिजनों को स्पष्ट रूप से कहा गया कि जब तक वे फॉर्म नहीं भरते, कोई मुआवजा नहीं मिलेगा। जबकि मॉन्ट्रियल कन्वेंशन जैसे अंतरराष्ट्रीय नियमों के तहत, विमान हादसे में जान गंवाने वालों के परिजनों को पहचान और दस्तावेज़ सत्यापन के बाद बिना शर्त अंतरिम मुआवजा देना जरूरी है।
एअर इंडिया ने इन आरोपों से इनकार किया है और कहा कि फॉर्म का उद्देश्य केवल रिश्ते की पुष्टि करना है, ताकि मुआवजा सही व्यक्ति तक पहुंचे। एयरलाइन ने यह भी कहा कि कुछ परिवारों को अंतरिम भुगतान दिया जा चुका है और वे सभी प्रक्रियाएं पूरी संवेदनशीलता से कर रहे हैं।
हादसा कैसे हुआ?
12 जून को दोपहर 1:38 बजे फ्लाइट AI-171 ने अहमदाबाद एयरपोर्ट के रनवे 23 से लंदन के लिए उड़ान भरी थी। मात्र दो मिनट बाद, 625 फीट की ऊंचाई पर विमान से मेडे कॉल (आपातकालीन संदेश) भेजा गया। इसके तुरंत बाद विमान कंट्रोल से बाहर हो गया और सिविल अस्पताल के पास एक मेडिकल हॉस्टल की इमारत पर गिरकर क्रैश हो गया।
इस हादसे में विमान में सवार 242 में से 241 लोगों की मौत हो गई, जबकि 29 लोग हॉस्टल की इमारत में मारे गए। कुल मिलाकर 270 लोगों की मौत हुई। मृतकों में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी शामिल थे।
डीएनए से पहचान, शवों का अंतिम संस्कार
अब तक 251 मृतकों की डीएनए से पहचान की जा चुकी है और 245 शव परिजनों को सौंपे जा चुके हैं। इस बीच विमानन नियामक DGCA ने 21 जून को एयर इंडिया के तीन वरिष्ठ अधिकारियों को सुरक्षा प्रोटोकॉल के उल्लंघन के कारण उनके पद से हटाने के आदेश दिए। इसमें डिविज़नल वाइस प्रेसिडेंट चूड़ा सिंह, क्रू शेड्यूलिंग मैनेजर पिंकी मित्तल और योजना अधिकारी पायल अरोड़ा शामिल हैं।
हादसे के आठ दिन बाद पार्टी, एयर इंडिया ने चार कर्मचारियों से इस्तीफा मांगा
हादसे के सिर्फ आठ दिन बाद एअर इंडिया की ग्राउंड हैंडलिंग यूनिट AISATS के चार कर्मचारियों का पार्टी करते हुए वीडियो वायरल हो गया। एयरलाइन ने इसे असंवेदनशील करार देते हुए चारों से इस्तीफा मांग लिया। एअर इंडिया ने कहा – “इस दर्दनाक हादसे से प्रभावित परिवारों के प्रति हमारी पूरी संवेदनाएं हैं। वायरल वीडियो में दिखाया गया व्यवहार हमारी नीति के खिलाफ है और हमने जिम्मेदारों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की है।”
जांच की मांग और कानूनी लड़ाई
एडवोकेट पीटर नीनन ने हादसे और उसके बाद एअर इंडिया की भूमिका की स्वतंत्र जांच की मांग की है। उन्होंने पीड़ित परिवारों को सलाह दी है कि वे एयरलाइन के फॉर्म न भरें और सीधे अदालत का दरवाज़ा खटखटाएं। अब सवाल यह है कि क्या एअर इंडिया महज औपचारिकता निभाकर अपनी जिम्मेदारी से बच रही है, या वास्तव में पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने की दिशा में कोई ठोस प्रयास कर रही है?
‘फॉर्म भरो तभी मिलेगा मुआवजा’—हादसे के बाद एअर इंडिया का रवैया बना परिजनों के लिए नई पीड़ा

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