24 News Update जयपुर। सेंट्रल जेल से इलाज के नाम पर बंदियों को बाहर निकालकर होटलों तक पहुंचाने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। जयपुर पुलिस ने फरारी की इस साजिश में शामिल 5 पुलिसकर्मियों, 4 कैदियों और उनके 4 परिजनों व साथियों समेत कुल 13 लोगों को गिरफ्तार किया है। मामले में जयपुर की लालकोठी थाना पुलिस ने कार्रवाई की है।
इलाज की जगह होटल में VIP ट्रीटमेंट
पुलिस जांच में सामने आया है कि यह पूरा प्लान जेल प्रशासन, पुलिस गार्ड, डॉक्टरों और कैदियों के परिजनों की मिलीभगत से रचा गया था। योजना के तहत बंदियों को इलाज के बहाने SMS अस्पताल लाया जाता, लेकिन वहां से उन्हें होटलों में ले जाकर VIP ट्रीटमेंट दिया जाता, जहां महिला मित्रों और परिजनों से उनकी मुलाकात कराई जाती थी।
24 अप्रैल को हुई थी शुरुआत
डीसीपी ईस्ट तेजस्विनी गौतम ने बताया कि 24 अप्रैल को पुलिस को एक मुखबिर से सूचना मिली थी कि कुछ बंदी इलाज के नाम पर अस्पताल पहुंच कर वहां से फरार होने की योजना बना रहे हैं। इस सूचना पर SMS अस्पताल में टीम भेजी गई और जांच शुरू की गई। जांच में पता चला कि सेंट्रल जेल से लाए गए चार बंदी — रफीक उर्फ बकरी, भंवरलाल, अंकित बंसल और करण गुप्ता, अपने साथ मौजूद चालानी गार्डों को चकमा देकर अस्पताल परिसर से फरार हो गए। वाहन अस्पताल में ही खड़ा मिला, लेकिन कैदी और गार्ड गायब थे।
चारों कैदी अलग-अलग थाना क्षेत्रों से पकड़े गए
सूचना पर जालुपुरा थाना पुलिस ने दो कैदी रफीक और भंवरलाल, जबकि एयरपोर्ट थाना पुलिस ने अन्य दो कैदी अंकित बंसल और करण गुप्ता को पकड़ा। इसके बाद थानाधिकारी बन्नालाल (उप निरीक्षक) के नेतृत्व में गठित विशेष टीम ने देर रात तक कार्रवाई करते हुए 13 लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार आरोपियों की पूरी सूची:
रफीक उर्फ बकरी (40) – न्यू संजय नगर, जयपुर, भंवरलाल (33) – विजय गोविंदपुरा, जोबनेर, अंकित बंसल (33) – सोनीपत, हरियाणा, करण गुप्ता (29) – गोपालपुरा बायपास, जयपुर
पांच पुलिसकर्मी: सुरेश कुमार (52) – बागावास, कोटपूतली,
मनोज कुमार (46) – जसाई, खैरथल, दिनेश कुमार (31) – कासली, कोटपूतली, अमित कुमार (31) – हसामपुर, सीकर, विकास कुमार (35) – दयाल की नागल, सीकर, चार परिजन/सहयोगी: हिना (35) – रफीक की पत्नी, संजय नगर, रमजान (30) – रफीक का रिश्तेदार, संजय नगर, आकाश बंसल (21) – अंकित का भाई, सोनीपत,
राहुल (26) – अंकित का दोस्त, सोनीपत
जांच में और नाम आ सकते हैं सामने
पुलिस ने बताया कि मामले में अभी जेल प्रशासन, डॉक्टरों और अन्य पुलिस गार्डों की भूमिका की गहराई से जांच की जा रही है। पूरे नेटवर्क को खंगाला जा रहा है, जिससे स्पष्ट हो सके कि कितने लोग इस साजिश में शामिल थे और कब से यह खेल चल रहा था।
आमजन में भय, अपराधियों को वीआईपी ट्रीटमेंट : 5 पुलिसकर्मी समेत 13 गिरफ्तार: इलाज के बहाने होटल में VIP ट्रीटमेंट

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