24 News Update जयपुर। देशभर में तहलका मचा चुके महादेव बेटिंग ऐप घोटाले की जांच के सिलसिले में बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जयपुर के कूकस स्थित होटल फेयर माउंट में दबिश दी। यह कार्रवाई छत्तीसगढ़ रायपुर से आई ईडी टीम द्वारा की गई, जिसमें 420 किलो मावा जब्त करने के साथ-साथ महादेव ऐप केस से जुड़े कई संदिग्धों से पूछताछ की गई।
सूत्रों के अनुसार, ईडी को इनपुट मिला था कि महादेव बेटिंग ऐप नेटवर्क से जुड़े कुछ लोग होटल फेयर माउंट में एक शादी समारोह के बहाने रुके हुए हैं। इसी सूचना के आधार पर ईडी की टीम ने छापा मारा और पीएमएलए (धन शोधन निवारण अधिनियम) के तहत पूछताछ शुरू की।
अप्रैल में भी जयपुर में हुई थी कार्रवाई
यह कोई पहली कार्रवाई नहीं है। इससे पूर्व भी 16 अप्रैल को ईडी ने जयपुर के सोडाला क्षेत्र स्थित एपल रेजीडेंसी में ड्राई फ्रूट व्यापारी भरत दाधीच के फ्लैट पर छापा मारा था। साथ ही देशभर के 60 से अधिक ठिकानों पर एक साथ सर्च की गई थी, जिनमें छत्तीसगढ़, भोपाल, कोलकाता, दिल्ली और राजस्थान शामिल थे।
जयपुर से मिले मनी लॉन्ड्रिंग और क्रिप्टो से जुड़े सबूत
ईडी को जयपुर से मनी लॉन्ड्रिंग, क्रिप्टो करेंसी और शेल कंपनियों के उपयोग से जुड़े कई सबूत मिले हैं। सूत्रों का दावा है कि जयपुर के कई बड़े व्यापारी महादेव ऐप के नेटवर्क से जुड़े हुए हैं, और इनके खातों में संदिग्ध लेन-देन की जानकारी ईडी को मिली है। बीते छापों में ईडी को डिजिटल साक्ष्य, दस्तावेज, और संदिग्ध लेनदेन से जुड़े डाटा मिले थे।
क्या है महादेव बेटिंग ऐप घोटाला?
महादेव बुक भारत में ऑनलाइन सट्टेबाजी के सबसे बड़े नेटवर्क में से एक बन चुका है। यह क्रिकेट, फुटबॉल और चुनाव जैसे आयोजनों पर ऑनलाइन सट्टा लगाने की सुविधा देता है। इसका संचालन अवैध रूप से करोड़ों रुपये के लेन-देन के माध्यम से किया जाता रहा है।
जूस बेचने से अरबों के सट्टा किंग बनने तक
इस नेटवर्क की शुरुआत छत्तीसगढ़ के भिलाई निवासी सौरभ चंद्राकर और उसके मित्र रवि उप्पल ने की थी। सौरभ कभी भिलाई में ‘जूस फैक्ट्री’ नाम से दुकान चलाता था और रवि इंजीनियरिंग की नौकरी करता था।
2019 में दोनों दुबई चले गए और वहीं से इस नेटवर्क को ऑपरेट करना शुरू किया। उन्होंने ‘महादेव बुक ऑनलाइन’ नाम से वेबसाइट और ऐप लॉन्च किया जिसे सोशल मीडिया, इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग और दूसरे सट्टा प्लेटफॉर्म खरीदकर प्रचारित किया गया।
ऐप से जुड़ चुके हैं 99 लाख से अधिक यूजर्स
कोरोना काल और IPL जैसे आयोजनों के दौरान महादेव ऐप की लोकप्रियता में जबरदस्त उछाल आया। अनुमान है कि 2021 में ही इस ऐप के जरिए 2,000 करोड़ से अधिक की सट्टेबाजी हुई थी।
कंपनी की वेबसाइट के अनुसार, फिलहाल 99 लाख से अधिक यूजर्स इस प्लेटफॉर्म से जुड़े हैं। यूजर्स को पैसे देकर गेम की लत लगाई जाती है और फर्जी बैंक खातों के जरिए ट्रांजेक्शन किए जाते हैं।
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