24 News Update चित्तौड़गढ़। रतलाम मंडल के अंतर्गत नीमच-रतलाम रेल खंड पर दोहरीकरण (डबलिंग) का कार्य तेजी से किया जा रहा है। इस कार्य के तहत बड़ायला चौरासी-जावरा-ढोढर खंड में डबलिंग व स्पीड ट्रायल के लिए रेलवे ने 29 से 31 मई तक ब्लॉक लिया है। इस अवधि में दो मेमू ट्रेनों का संचालन आंशिक रूप से रद्द रहेगा, जिससे चित्तौड़गढ़ सहित आसपास के क्षेत्रों के यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
रतलाम मंडल के जनसंपर्क अधिकारी खेमराज मीना ने जानकारी देते हुए बताया कि गाड़ी संख्या 69231 उज्जैन-चित्तौड़गढ़ मेमू ट्रेन को रतलाम स्टेशन पर शॉर्ट टर्मिनेट किया जाएगा। रतलाम से चित्तौड़गढ़ के बीच यह ट्रेन रद्द रहेगी। वहीं, गाड़ी संख्या 69232 चित्तौड़गढ़-उज्जैन मेमू ट्रेन रतलाम से शॉर्ट ऑरिजिनेट होगी तथा चित्तौड़गढ़ से रतलाम के बीच यह सेवा भी रद्द रहेगी।
ट्रेनों के इस अस्थाई रद्दीकरण से चित्तौड़गढ़, निंबाहेड़ा, कपासन आदि स्टेशनों से उज्जैन या रतलाम जाने वाले यात्रियों को सीधी ट्रेन नहीं मिलेगी। ऐसे में यात्रियों को वैकल्पिक साधनों का सहारा लेना पड़ेगा, जिससे उनकी यात्रा में समय और धन दोनों की अधिक खपत होगी। इसका विशेष असर दैनिक यात्रियों, नौकरीपेशा लोगों, छात्रों और व्यापारियों पर पड़ेगा।
हालांकि यह असुविधा कुछ ही दिनों के लिए है, लेकिन रेल डबलिंग कार्य पूर्ण होने के बाद क्षेत्र को दीर्घकालिक लाभ मिलेंगे। डबलिंग के बाद दोनों दिशाओं में ट्रेनों की आवाजाही आसान होगी और ट्रेनों की संख्या बढ़ाई जा सकेगी। इसके अलावा रेल यात्रा की गति में सुधार होगा और समय की भी बचत होगी। इस कार्य के पूर्ण होने से नई ट्रेनों के संचालन की संभावनाएं भी बढ़ेंगी, जिससे दिल्ली, मुंबई, इंदौर, अहमदाबाद जैसे प्रमुख शहरों से कनेक्टिविटी बेहतर होगी। साथ ही, मालगाड़ियों की गति भी बढ़ेगी, जिससे व्यापार और उद्योग को बढ़ावा मिलेगा। चित्तौड़गढ़ जिले के लिए यह डबलिंग परियोजना पर्यटन, रोजगार और आर्थिक गतिविधियों के विस्तार में सहायक सिद्ध होगी। रेलवे प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे 29 से 31 मई के बीच यात्रा से पहले रेल सेवाओं की स्थिति की जानकारी अवश्य ले लें, ताकि असुविधा से बचा जा सके।
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