24 News Update डूंगरपुर। राजस्थान भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने मंगलवार को एक बड़ी कार्रवाई करते हुए पुलिस थाना चौरासी, जिला डूंगरपुर में तैनात सहायक उप निरीक्षक (एएसआई) श्री जीवण लाल पटेल को 5,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की महानिदेशक श्रीमती स्मिता श्रीवास्तव ने बताया कि एसीबी चौकी डूंगरपुर को एक परिवादी द्वारा शिकायत दी गई थी कि उसके भाई और भतीजे को पुलिस थाना चौरासी (झौंथरी) में एएसआई जीवण लाल द्वारा थाने में बंद कर लिया गया है। जब परिवादी ने थाने पहुंचकर कारण पूछा, तो आरोपी ने चार माह पूर्व लाबासाडोड में हुए झगड़े का हवाला देते हुए कहा कि “उसे लाओ और शंकर को ले जाओ।” परिवादी के समझौता प्रयास के बाद उसके भाई को छोड़ दिया गया।
परिवादी ने जब अपने भतीजे और अन्य व्यक्ति को छोड़ने की बात की, तो आरोपी ने 10,000 रुपये की रिश्वत की मांग की। इस शिकायत की गंभीरता को देखते हुए 26 जुलाई 2025 को एसीबी द्वारा रिश्वत मांग का सत्यापन कराया गया, जिसमें यह पुष्टि हुई कि आरोपी पहले ही 3,000 रुपये की रिश्वत ले चुका था, और शेष 7,000 रुपये लेने की सहमति दे चुका था।
इसके पश्चात एसीबी रेंज उदयपुर के उप महानिरीक्षक पुलिस श्री प्रहलाद सिंह कृष्णिया के पर्यवेक्षण में पुलिस निरीक्षक श्री राजेन्द्र सिंह एवं उनकी टीम द्वारा 29 जुलाई को ट्रैप कार्यवाही की गई। इस दौरान गांव कनबा, थाना बिछीवाड़ा, जिला डूंगरपुर निवासी एएसआई जीवण लाल पटेल को 5,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया गया। मौके से रिश्वत की राशि बरामद कर ली गई है।
एसीबी के अनुसार, आरोपी से पूछताछ जारी है और आगे की जांच प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की बड़ी कार्रवाई: डूंगरपुर में एएसआई 5,000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार

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