उदयपुर/डूंगरपुर, 1 सितम्बर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) उदयपुर की टीम ने सोमवार को डूंगरपुर में पेंशन विभाग में कार्यरत कंप्यूटर ऑपरेटर गोविन्द कुमार घाटिया को ₹20,000 की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। आरोपी ने वन विभाग में कार्यरत रहे एक कर्मचारी की मृत्यु के बाद उनकी पेंशन से बने ₹2.59 लाख के एरियर को पास करने की एवज में ₹90,000 की रिश्वत मांगी थी।
एसीबी एडीजी स्मिता श्रीवास्तव ने बताया कि परिवादी ने एसीबी कार्यालय उदयपुर में शिकायत दी थी। शिकायत के अनुसार, परिवादी को उसके पिता की मृत्यु के बाद अनुकंपा नियुक्ति पर वन विभाग में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की नौकरी मिली। पिता की पेंशन से ₹2.59 लाख का एरियर बकाया था, जिसके भुगतान के लिए उसने अप्रैल 2025 में पेंशन विभाग, डूंगरपुर में आवेदन किया। वहां कार्यरत कंप्यूटर ऑपरेटर गोविन्द घाटिया ने एरियर पास करने के लिए ₹90,000 रिश्वत की मांग की।
परिवादी ने रिश्वत देने से इनकार किया। इसके बावजूद मई 2025 में एरियर राशि उसकी मां के बैंक खाते में आ गई, लेकिन पेंशन की मासिक राशि रोक दी गई। जब परिवादी ने कंप्यूटर ऑपरेटर से संपर्क किया तो उसने टुकड़ों में ₹30,000-₹30,000 देकर रिश्वत देने का दबाव बनाया और पेंशन शुरू करने से मना कर दिया।
शिकायत का एसीबी ने सत्यापन करवाया और रिश्वत की मांग सही पाए जाने पर एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एडिशनल एसपी) अनंत कुमार के नेतृत्व में टीम ने ट्रैप कार्रवाई की। टीम ने आरोपी गोविन्द कुमार घाटिया को पेंशन विभाग के कोष कार्यालय में परिवादी से ₹20,000 रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।

