24 News Update जयपुर। बारां जिले की थाना मांगरोल पुलिस ने साइबर सेल की मदद से रात के अंधेरे में सुनसान रास्तों पर लूटपाट की वारदातों को अंजाम देने वाले 7 शातिर बदमाशों को गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है। ये गिरोह विशेष रूप से शादी समारोहों से लौट रहे लोगों को निशाना बनाता था।
पुलिस अधीक्षक राजकुमार चौधरी ने लूटपाट की घटनाओं का खुलासा करते हुए बताया कि पुलिस ने मामले में आरोपी रमननाथ उर्फ प्रमोद उर्फ मौत पुत्र शिवभरोस योगी (20) निवासी खानपुरिया मांगरोल, रौनक मीणा पुत्र बृजराज मीणा निवासी मांगरोल, अंकित बैरवा पुत्र दीनदयाल (20), गोविन्द गुर्जर पुत्र गंगाधर (23) व विकास बैरवा पुत्र वेदप्रकाश (19) निवासी रावल जावल मांगरोल, रोहित सैन पुत्र गिर्राज (24) निवासी मऊ मांगरोल एवं मनोज मीणा पुत्र रामस्वरुप (19) निवासी रामपुरा भगतान मांगरोल को गिरफ्तार किया गया है।
इन बदमाशों की धरपकड़ का अभियान दो महत्वपूर्ण लूट के मामलों से शुरू हुआ था:
- 27 मई 2025 को हुई वारदात: फरियादी महावीर नागर ने मांगरोल थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि 26 मई की रात करीब 1-1:30 बजे जब वह अपनी बाइक से लक्ष्मीपुरा गांव लौट रहे थे तो बमोरी कलां स्थित अस्पताल तिराहे पर उन्हें एक बाइक पर सवार तीन-चार व्यक्ति मिले। उन्होंने बातचीत के लिए मोबाइल मांगा और जैसे ही महावीर ने अपना कीपैड मोबाइल दिया उनमें से दो बदमाश उनकी मोटरसाइकिल और मोबाइल लेकर फरार हो गए। डर के मारे महावीर ने तुरंत किसी को नहीं बताया। लेकिन बाद में अपने रिश्तेदार को पूरी बात बताई और मामला दर्ज कराया।
- 2 जून 2025 को हुई वारदात: इसी तरह, 2 जून 2025 को फरियादी गोरधनलाल माली ने मांगरोल थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि वह अपने बेटे दिव्यांश सुमन के साथ मांगरोल से बारां लौट रहे थे। सुबह करीब 4:15 बजे बोहत पेट्रोल पंप के आगे एक काली स्प्लेंडर मोटरसाइकिल पर सवार तीन लड़कों ने उन्हें रोका। कट्टे जैसा हथियार दिखाकर उन्होंने उसका मोबाइल, सोने की चेन, सोने की अंगूठी और पर्स में रखे करीब ₹1000 छीन लिए।
पुलिस की मुस्तैदी और टीम वर्क:
घटना की गंभीरता को देखते हुए एसपी चौधरी के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश चौधरी के निर्देशन और वृताधिकारी वृत्त अन्ता सोजीलाल मीणा के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई। इस टीम में थानाधिकारी महेंद्र कुमार मीणा के साथ जाप्ता और साइबर सेल की टीम भी शामिल थी। अज्ञात मुल्जिमों की तलाश के लिए जगह-जगह संभावित स्थानों, घटनास्थल के आसपास के इलाकों में गहनता से पड़ताल की गई। मुखबिरों से मिली जानकारी और तकनीकी संसाधनों का भी भरपूर उपयोग किया गया, जिसने अपराधियों तक पहुँचने में अहम भूमिका निभाई।
लूट का शातिर तरीका:
पुलिस जांच में सामने आया कि ये बदमाश रात के समय अक्सर शादी समारोहों या अन्य आयोजनों से लौट रहे लोगों को निशाना बनाते थे। वे सुनसान रास्तों पर घात लगाकर बैठते थे और मौका देखकर पीड़ित की मोटरसाइकिल के आगे अपनी मोटरसाइकिल लगाकर उन्हें रोकते थे। इसके बाद वे मोबाइल से बात करने का बहाना बनाकर मोबाइल छीन लेते थे और फिर हथियारों का डर दिखाकर नकदी, जेवरात और मोटरसाइकिल भी छीनकर फरार हो जाते थे।
7 बदमाश गिरफ्तार, अन्य वारदातों का भी कबूलनामा:
तकनीकी जानकारी और मुखबिरों की सटीक सूचना के आधार पर पुलिस ने सात संदिग्धों को हिरासत में लिया। गहन पूछताछ में इन सभी ने बमोरी कलां और बोहत गांव के पास हुई दोनों वारदातों के साथ किशनपुरा रोड मांगरोल और थाना सीसवाली क्षेत्र में सीसवाली रोड पर की गई कुछ अन्य वारदातों को भी कबूल किया है। पुलिस अब इन सभी मामलों में गहनता से अनुसंधान कर रही है ताकि लूटे गए माल को बरामद किया जा सके और उनके किसी बड़े आपराधिक नेटवर्क से जुड़े होने की संभावनाओं की भी जांच की जा सके।
इस कार्रवाई में साइबर सेल प्रभारी एएसआई जगदीश चंद्र शर्मा सहित थाना मांगरोल से कांस्टेबल हरिशंकर, राकेश कुमार, चेतन व रामचरण की विशेष भूमिका रही। बारां पुलिस की यह कार्रवाई निश्चित रूप से क्षेत्र में अपराधों पर लगाम लगाने में सहायक होगी और आमजन में सुरक्षा का भाव पैदा करेगी।

