24 News Update जयपुर। राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर को एक जनसुनवाई के दौरान रिश्वत देने की कोशिश की गई। बांसवाड़ा जिले के एक सरकारी शिक्षक ने मंत्री से एक शैक्षणिक समिति में शामिल करने की सिफारिश के लिए ₹5,000 का लिफाफा सौंपा। इस घटना से क्षुब्ध मंत्री ने इसे अपने राजनीतिक जीवन की “सबसे खराब घटना” बताया है। सोमवार सुबह शिक्षा मंत्री मदन दिलावर जयपुर स्थित सिविल लाइंस आवास पर जनसुनवाई कर रहे थे। इसी दौरान चंद्रकांत वैष्णव नामक एक सरकारी शिक्षक एक प्रार्थना पत्र लेकर पहुंचा और इसके साथ एक मिठाई का डिब्बा व एक लिफाफा भी सौंपा।
मंत्री ने बताया कि उन्होंने लिफाफा यह सोचकर रख लिया कि शायद इसमें कोई दस्तावेज होंगे, जैसा कि प्रायः जनसुनवाई में होता है। लेकिन उनके साथ मौजूद फोटोग्राफर भरत ने जब लिफाफे में पैसे होने की बात कही, तो उन्होंने खोलकर देखा और उसमें ₹5,000 पाए।
तुरंत दी पुलिस को सूचना
मदन दिलावर ने तत्काल संबंधित थाने को सूचित किया और चंद्रकांत को वहीं बैठा लिया। पुलिस मौके पर पहुंची और शिक्षक को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी।
कौन है चंद्रकांत वैष्णव? चंद्रकांत वैष्णव बांसवाड़ा जिले के घाटोल ब्लॉक स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय, बुधा में तैनात ग्रेड थर्ड शिक्षक है। वह राजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (RSCERT) की पाठ्यक्रम लेखन समिति में स्वयं को शामिल करवाना चाहता था। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने पत्रकारों से बातचीत में कहा – “राजनीति में मुझे 35-36 साल हो गए हैं, लेकिन ऐसा कभी नहीं हुआ कि किसी ने मुझे रिश्वत देने की कोशिश की हो। यह मेरे जीवन की सबसे खराब और दुखद घटना है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि लोगों को लगता है कि शिक्षा मंत्री पैसे लेकर काम करवाते हैं।”
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