24 News Updte चित्तौड़गढ़ | भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) चित्तौड़गढ़ ने मंगलवार को अजमेर डिस्कॉम (AVVNL) के असिस्टेंट इंजीनियर (AEN) महिपाल जाटव और उनकी पत्नी सीमा यादव, जो कि एक राजकीय स्कूल में लेक्चरर हैं, को आय से 43% अधिक संपत्ति अर्जित करने के आरोप में गिरफ्तार कर एसीबी कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने दोनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
रिश्वत से शुरू हुई जांच, संपत्ति तक पहुंची कहानी
एसीबी अधिकारियों के अनुसार, इस मामले की नींव 20 जून 2019 को रखी गई थी जब एक परिवादी ने महिपाल जाटव के खिलाफ 30 हजार रुपए की रिश्वत मांगने की शिकायत दर्ज करवाई थी। 26 जून 2019 को एसीबी ने जाटव को एक कृषि बिजली कनेक्शन में नाम परिवर्तन करवाने की एवज में रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था।
घर और लॉकर से मिले दस्तावेज और संपत्ति के सबूत
रिश्वत कांड के बाद एसीबी ने आरोपी महिपाल जाटव के चित्तौड़गढ़ स्थित सरकारी आवास (डी-23, दिवाकर नगर) की तलाशी ली, जिसमें संपत्तियों से जुड़े कई महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद हुए।
इसके अलावा 6 नवम्बर 2019 को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, मीरा मार्केट स्थित उनके लॉकर की तलाशी भी ली गई, जिसमें चल-अचल संपत्ति, नकदी, जेवरात और निवेश से संबंधित अहम प्रमाण मिले।
43% अधिक संपत्ति, वैध स्रोत नहीं मिला
जांच में सामने आया कि महिपाल जाटव और उनकी पत्नी सीमा यादव ने 1 नवम्बर 2016 से 26 जून 2019 की अवधि में ज्ञात आय की तुलना में करीब 43% अधिक संपत्ति अर्जित की।
हालांकि प्रारंभिक तौर पर यह आंकड़ा 68% अधिक बताया गया था, लेकिन विस्तृत जांच में 43% अतिरिक्त संपत्ति की पुष्टि हुई।
इन परिसंपत्तियों का कोई वैध स्रोत प्रस्तुत नहीं किया जा सका, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि दोनों ने लोकसेवक पद का दुरुपयोग कर अवैध तरीके से संपत्ति अर्जित की।
अभियोजन और कोर्ट कार्रवाई
अनुसंधान अधिकारी व एएसपी विक्रम सिंह राठौड़ ने मामले की जांच पूर्ण कर महिपाल जाटव और सीमा यादव के विरुद्ध आरोप पत्र तैयार किया और इसे ACB कोर्ट में प्रस्तुत किया गया।
गिरफ्तारी के बाद कोर्ट ने दोनों को न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया।
एसीबी की बड़ी कार्रवाई: डिस्कॉम इंजीनियर और लेक्चरर पत्नी को आय से अधिक संपत्ति के मामले में भेजा जेल

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