24 News Update जयपुर। नगर निगम हेरिटेज मुख्यालय की जर्जर हालत सोमवार को एक बड़े हादसे का कारण बन सकती थी, लेकिन गनीमत रही कि समय रहते लोग बच गए। दोपहर 3:36 बजे कमिश्नर निधि पटेल के ऑफिस के बाहर छत का करीब 10 फीट लंबा और 5 फीट चौड़ा हिस्सा टूटकर गिर गया। हादसे के वक्त वहां तीन होमगार्ड, ठेकेदार और फरियादी मौजूद थे, जिन्होंने भागकर अपनी जान बचाई।
हादसे के समय दर्जनभर लोग मौजूद
घटना के दौरान कमिश्नर ऑफिस के बाहर बने कॉरिडोर में एक दर्जन से ज्यादा लोग मौजूद थे। अचानक छत का प्लास्टर गिरने से सरिए तक नजर आने लगे। मौके पर मौजूद एस.सी. सांखला ने बताया, “हम कमिश्नर से मिलने इंतजार कर रहे थे, तभी छत से मलबा गिरने लगा। हम और गार्ड्स बाल-बाल बचे।” उन्होंने कहा कि इस तरह के जर्जर भवन में अधिकारियों और कर्मचारियों को बैठाना जान जोखिम में डालना है।
मेंटेनेंस की जरूरत, सुरक्षा पर सवाल
नगर निगम हेरिटेज जहां मानसून में जर्जर इमारतों को सील कर तोड़ने की कार्रवाई कर रहा है, वहीं खुद मुख्यालय की हालत खस्ताहाल है। हादसे के बाद कर्मचारियों ने भवन के मेंटेनेंस की तत्काल आवश्यकता जताई है।
विपक्ष ने किया हमला
कांग्रेसी पार्षद दशरथ सिंह शेखावत ने कहा कि नगर निगम के हालात पूरी तरह बिगड़ चुके हैं। “पहले डिप्टी मेयर ऑफिस की फॉल सीलिंग गिरी, अब कमिश्नर ऑफिस के बाहर छत का प्लास्टर गिरा। सरकार को तुरंत संज्ञान लेकर मुख्यालय की हालत सुधारनी चाहिए, क्योंकि मेयर न तो कोई कार्रवाई कर रही हैं और न ही पार्षदों की सुनवाई हो रही है।”

