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चित्तौड़गढ़ जिला हॉस्पिटल में बड़ा हादसा: छत का प्लास्टर गिरने से बुजुर्ग महिला घायल, ICU में भर्ती

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24 News update चित्तौड़गढ़। श्री सांवलियाजी राजकीय जिला चिकित्सालय से शुक्रवार को एक चौंकाने वाली लापरवाही सामने आई है। हॉस्पिटल के महिला वार्ड की छत का प्लास्टर अचानक गिरने से 65 वर्षीय बुजुर्ग महिला घायल हो गई। हादसे के बाद महिला को तुरंत प्राथमिक उपचार देकर आईसीयू में भर्ती करवाया गया।

इलाज के बाद डिस्चार्ज की तैयारी में थी महिला

जानकारी के अनुसार, जिले के उदपुरा गांव निवासी भंवरी बाई मीणा (65 वर्ष) को पेट दर्द की शिकायत पर जिला हॉस्पिटल के महिला वार्ड में भर्ती कराया गया था। इलाज के बाद डॉक्टरों ने उन्हें डिस्चार्ज करने की तैयारी कर ली थी। तभी अचानक महिला वार्ड की छत से प्लास्टर का बड़ा टुकड़ा टूटकर भंवरी बाई के सिर पर गिर गया।

अफरा-तफरी, तुरंत ICU में शिफ्ट

घटना के बाद वार्ड में अफरा-तफरी मच गई। मौके पर मौजूद स्टाफ व नर्सिंगकर्मियों ने महिला को तुरंत उठाकर प्राथमिक उपचार दिया। सिर पर गहरी चोट लगने के कारण डॉक्टरों ने उसे आईसीयू में भर्ती कर लिया। भंवरी बाई के सिर पर छह टांके लगाने पड़े। हालांकि राहत की बात यह रही कि सीटी स्कैन रिपोर्ट में कोई गंभीर अंदरूनी चोट नहीं पाई गई है। फिलहाल महिला की हालत स्थिर बनी हुई है और डॉक्टरों की निगरानी में इलाज जारी है।

पुराने भवन की जर्जर हालत उजागर

बताया जा रहा है कि पिछले कई दिनों से बारिश के कारण हॉस्पिटल भवन की छत से पानी रिस रहा था। इसी वजह से प्लास्टर कमजोर होकर अचानक गिर पड़ा। घटना के बाद सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने महिला वार्ड के अन्य मरीजों को सुरक्षित वार्ड में शिफ्ट कर दिया है।

लोगों में नाराजगी, भवन की मरम्मत की मांग

हादसे के बाद मरीजों और उनके परिजनों में डर और नाराजगी का माहौल है। लोगों ने सरकार और हॉस्पिटल प्रशासन से भवन की तत्काल जांच कराकर मरम्मत करवाने की मांग की है। परिजनों का कहना है कि हॉस्पिटल में आए दिन अव्यवस्थाएं सामने आती रहती हैं, लेकिन प्रशासन इसे नजरअंदाज करता है।

प्रशासन पर उठे सवाल

यह हादसा हॉस्पिटल की बदहाल व्यवस्थाओं और लापरवाही को उजागर करता है। विशेषज्ञों का मानना है कि सार्वजनिक स्वास्थ्य संस्थानों में इस तरह की लापरवाही भविष्य में बड़े हादसों को जन्म दे सकती है। अब देखना होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए क्या ठोस इंतजाम किए जाते हैं।

फिलहाल घायल महिला का इलाज जारी है और उसकी स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है।

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चित्तौड़गढ़। श्री सांवलियाजी राजकीय जिला चिकित्सालय से शुक्रवार को एक चौंकाने वाली लापरवाही सामने आई है। हॉस्पिटल के महिला वार्ड की छत का प्लास्टर अचानक गिरने से 65 वर्षीय बुजुर्ग महिला घायल हो गई। हादसे के बाद महिला को तुरंत प्राथमिक उपचार देकर आईसीयू में भर्ती करवाया गया।

इलाज के बाद डिस्चार्ज की तैयारी में थी महिला

जानकारी के अनुसार, जिले के उदपुरा गांव निवासी भंवरी बाई मीणा (65 वर्ष) को पेट दर्द की शिकायत पर जिला हॉस्पिटल के महिला वार्ड में भर्ती कराया गया था। इलाज के बाद डॉक्टरों ने उन्हें डिस्चार्ज करने की तैयारी कर ली थी। तभी अचानक महिला वार्ड की छत से प्लास्टर का बड़ा टुकड़ा टूटकर भंवरी बाई के सिर पर गिर गया।

अफरा-तफरी, तुरंत ICU में शिफ्ट

घटना के बाद वार्ड में अफरा-तफरी मच गई। मौके पर मौजूद स्टाफ व नर्सिंगकर्मियों ने महिला को तुरंत उठाकर प्राथमिक उपचार दिया। सिर पर गहरी चोट लगने के कारण डॉक्टरों ने उसे आईसीयू में भर्ती कर लिया। भंवरी बाई के सिर पर छह टांके लगाने पड़े। हालांकि राहत की बात यह रही कि सीटी स्कैन रिपोर्ट में कोई गंभीर अंदरूनी चोट नहीं पाई गई है। फिलहाल महिला की हालत स्थिर बनी हुई है और डॉक्टरों की निगरानी में इलाज जारी है।

पुराने भवन की जर्जर हालत उजागर

बताया जा रहा है कि पिछले कई दिनों से बारिश के कारण हॉस्पिटल भवन की छत से पानी रिस रहा था। इसी वजह से प्लास्टर कमजोर होकर अचानक गिर पड़ा। घटना के बाद सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने महिला वार्ड के अन्य मरीजों को सुरक्षित वार्ड में शिफ्ट कर दिया है।

लोगों में नाराजगी, भवन की मरम्मत की मांग

हादसे के बाद मरीजों और उनके परिजनों में डर और नाराजगी का माहौल है। लोगों ने सरकार और हॉस्पिटल प्रशासन से भवन की तत्काल जांच कराकर मरम्मत करवाने की मांग की है। परिजनों का कहना है कि हॉस्पिटल में आए दिन अव्यवस्थाएं सामने आती रहती हैं, लेकिन प्रशासन इसे नजरअंदाज करता है।

प्रशासन पर उठे सवाल

यह हादसा हॉस्पिटल की बदहाल व्यवस्थाओं और लापरवाही को उजागर करता है। विशेषज्ञों का मानना है कि सार्वजनिक स्वास्थ्य संस्थानों में इस तरह की लापरवाही भविष्य में बड़े हादसों को जन्म दे सकती है। अब देखना होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए क्या ठोस इंतजाम किए जाते हैं।

फिलहाल घायल महिला का इलाज जारी है और उसकी स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है।

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