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श्रीनाथजी मंदिर में आरंभ हुआ 5191वाँ जन्मोत्सव, आधी रात को गूंजेगा ‘जय कन्हैया लाल की’

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24 News Update नाथद्वारा/उदयपुर। पुष्टिमार्ग की प्रधानपीठ श्रीनाथजी मंदिर, नाथद्वारा में शनिवार सुबह मंगला दर्शन के साथ भगवान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की विधिवत शुरुआत हो गई। वैदिक परंपराओं के अनुसार यह प्रभु का 5191वाँ जन्मोत्सव है। मंगला दर्शन के दौरान श्रीनाथजी को दूध, दही, घी, शक्कर और शहद से पंचामृत स्नान कराया गया तथा दोहरा विशेष श्रृंगार कर केसरी चाकदार वस्त्र और श्रीमस्तक पर मोर चंद्रिका धारण कराई गई। इसके पश्चात मंदिर पंड्या द्वारा प्रभु के जन्म की ज्योतिष कुंडली का वाचन किया गया।
राजभोग दर्शन में महाभोग अर्पित किया जाएगा, जबकि रात नौ बजे से भोग आरती दर्शन प्रारंभ होंगे। रात्रि बारह बजे जन्म दर्शन के साथ 21 तोपों की सलामी के बीच श्रीनाथजी का पंचामृत स्नान कराया जाएगा। जन्मोत्सव को लेकर श्रीनाथजी मंदिर परिसर में सुबह से ही भक्तों की लंबी कतारें लगी हुई हैं।
आज नंदोत्सव का उल्लास
मंदिर प्रशासन के अनुसार रविवार को नंदोत्सव मनाया जाएगा। मंगला दर्शन के पश्चात तिलकायत श्री एवं श्री विशाल बावा द्वारा श्रीजी प्रभु और लाडले लाल प्रभु की छठी पूजा की जाएगी। इस अवसर पर हवेली में दूध, दही और केसर का छिड़काव किया जाएगा तथा नंद घर आनंद भयो… जय कन्हैया लाल की के जयघोष के बीच वैष्णव जन पारंपरिक नृत्य करते हुए नंदोत्सव का आनंद लेंगे।
कांकरोली के द्वारिकाधीश मंदिर में भी सजा जन्मोत्सव
पुष्टिमार्गीय तृतीय पीठ श्री द्वारिकाधीश मंदिर, कांकरोली (राजसमंद) में भी जन्माष्टमी पर विशेष आयोजन हो रहे हैं। मंदिर परिसर और गोवर्धन चौक को रंग-बिरंगी रोशनी से सजाया गया है। सुबह पांच बजे मंगला दर्शन के बाद प्रभु को पंचामृत स्नान कराया गया। जन्माष्टमी पर पंचामृत स्नान दो बार कराया जाता है—एक बार सुबह और दूसरा रात में बालकृष्ण के जन्म भाव के साथ। रात में शयन दर्शन के बाद जागरण दर्शन खोले जाएंगे जो रात्रि 12.30 बजे तक चलेंगे। अगले दिन नंदोत्सव के मौके पर ग्वाल झांकी निकाली जाएगी, जिसमें मंदिर के प्रधान मुखिया नंदबावा, गोस्वामी परिवार की ओर से यशोदा मैया तथा सेवकगण गोपी और ग्वाल स्वरूप में प्रस्तुत होंगे।

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