
24 Newa Update उदयपुर. उदयपुर पुलिस को एक बड़ी कामयाबी मिली है। संगठित आपराधिक गिरोह का सरगना और 10,000 रुपये का ईनामी हिस्ट्रीशीटर दिलीप नाथ पिता नारायण योगी निवासी सीसारमा, थाना नाई (उदयपुर) को पुलिस ने महिला वेश में घूमते हुए केवड़ा की नाल क्षेत्र में नाकाबंदी के दौरान गिरफ्तार कर लिया। आरोपी विदेश भागने की फिराक में था और बिहार से फर्जी पासपोर्ट बनवा चुका था, वीज़ा आने का इंतजार कर रहा था। दिलीप नाथ पर थाना सुखेर में प्रकरण संख्या 121/25 के अंतर्गत पीड़ित को जबरन घर से उठाकर, जान से मारने की धमकी देकर तहसील बड़गांव ले जाकर जमीन का एग्रीमेंट कराने व ₹35,50,000 की अवैध वसूली का आरोप है। घटना में आरोपी ने अपनी नाबालिग बच्ची की जान से मारने की धमकी भी दी थी। प्रकरण भारतीय न्याय संहिता (BNS 2023) की धारा 111(2)(इ), 111(3), 111(6), 140(2), 308(2)(3)(4), 318(2)(4), 61 के तहत दर्ज किया गया।
साथी अभियुक्त पहले ही हो चुके हैं गिरफ्तार
उक्त मामले में आरोपी के सहयोगी नरेश वैष्णव, नरेश पालीवाल व यशपाल सालवी पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं। गिरोह ने कई मामलों में भू-स्वामियों को धमकाकर उनकी जमीनें अपने लोगों के नाम पर एग्रीमेंट करवा लीं। दिलीप नाथ ने गिरफ्तारी से बचने के लिए राजस्थान उच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी, जिस पर अस्थायी गिरफ्तारी पर रोक लगाई गई थी। थानाधिकारी नाई लीलाराम द्वारा प्रभावी पैरवी के चलते दिनांक 06.05.2025 को उच्च न्यायालय ने गिरफ्तारी पर लगी रोक को हटा दिया, जिससे पुलिस को कार्यवाही का रास्ता साफ मिला।
गिरफ्तारी की विशेष कार्यवाही: 10 थानों में पुलिस की घेराबंदी
मुखबिर की सूचना पर पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल के निर्देशन में, एएसपी मुख्यालय गोपाल स्वरूप मेवाड़ा व सीओ गिर्वा सूर्यवीर सिंह राठौड़ के नेतृत्व में एक विशेष टीम बनाई गई। इसमें शामिल अधिकारी:
श्री दिलीप सिंह झाला (पु.नि., थानाधिकारी गोवर्धन विलास), श्री देवेंद्र सिंह (पु.नि., थानाधिकारी टीडी थाना), पुलिस टीम ने खेरवाड़ा, बिछीवाड़ा, साबला, दाहोद, पीपलोद, बांसवाड़ा आदि क्षेत्रों में सर्च ऑपरेशन चलाया। मुखबिर से मिली सूचना के अनुसार, दिलीप नाथ ब्लैक स्कॉर्पियो (Rajasthan No. 5656) में बांसवाड़ा से उदयपुर की ओर आ रहा था, जिसमें वह महिला वेश में था और उसका एक साथी भी साथ था।
नाकाबंदी में नाटकीय गिरफ्तारी
केवड़ा की नाल में नाकाबंदी के दौरान स्कॉर्पियो आती दिखी। उसे रोकने पर दो व्यक्ति भागे — एक महिला वेश में और एक पुरुष। महिला वेश में भाग रहा व्यक्ति गिर गया और पकड़ा गया, जिसकी पहचान थानाधिकारी दिलीप सिंह झाला ने दिलीप नाथ के रूप में की। दूसरा अभियुक्त विष्णु पालीवाल पुत्र कैलाश पालीवाल, उम्र 24 वर्ष, निवासी सुंदरचा, थाना राजनगर, जिला राजसमंद था, जिसे भी मौके पर पकड़ा गया। दिलीप नाथ के भागते समय दाहिने पैर में चोट लग गई, जिसे उपचार हेतु महाराणा भूपाल चिकित्सालय, उदयपुर में भर्ती करवाया गया।
जेल में रहते हुए भी अपराध जारी
प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि दिलीप नाथ ने जेल में रहते हुए राजू तेली की हत्या करवाई थी। उसने जेल में रहते ही यशपाल सालवी व नरेश पालीवाल के साथ मिलकर गैंग तैयार की थी, जो हथियारों के दम पर जमीन कब्जाने, धमकाने और वसूली जैसे अपराधों को अंजाम देती थी। उदयपुर जिले के विभिन्न थानों में दिलीप नाथ व उसके गिरोह के खिलाफ जमीन कब्जा, धमकी और जबरन वसूली जैसे कई गंभीर मामले दर्ज हैं। सभी प्रकरणों की जांच और कड़ी निगरानी उच्चाधिकारियों की देखरेख में की जा रही है। इस सफल कार्रवाई पर पुलिस टीम को DG डिस्क से सम्मानित करने के लिए पुलिस मुख्यालय को अनुशंसा भेजी जा रही है। कार्रवाई में सम्मिलित पुलिस टीम
सूर्यवीर सिंह राठौड़, पुलिस उप अधीक्षक, वृत्त गिर्वा, उदयपुर
दिलीप सिंह झाला, पुलिस निरीक्षक, थानाधिकारी, गोवर्धन विलास
देवेंद्र सिंह, पुलिस निरीक्षक, थानाधिकारी, टीडी थाना
मनोहर सिंह, सहायक उप निरीक्षक (एएसआई), थाना गोवर्धन विलास
धर्मवीर सिंह, एएसआई, थाना गोवर्धन विलास
कालू लाल, एएसआई, थाना गोवर्धन विलास
त्रिलोक नाथ, एएसआई, वृत्त कार्यालय, गिर्वा
करण सिंह, एएसआई, वृत्त कार्यालय, गिर्वा
अर्जुन सिंह, हैड कांस्टेबल (H.C.) नं. 954, वृत्त कार्यालय, गिर्वा
प्रकाश, हैड कांस्टेबल नं. 2335, वृत्त कार्यालय, गिर्वा
सुरेन्द्र सिंह राठौड़, कांस्टेबल नं. 2813, थाना गोवर्धन विलास
सुरेन्द्र सारण, कांस्टेबल नं. 1020, थाना टीडी
भीम सिंह, गनमैन, कांस्टेबल नं. 1951, वृत्त कार्यालय, गिर्वा
हरलाल, वाहन चालक, वृत्त कार्यालय, गिर्वा
Discover more from 24 News Update
Subscribe to get the latest posts sent to your email.