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सफाईकर्मी से आरएएस बनी रोल मॉडल आशा कंडारा सफाईकर्मी भर्ती के लिए रिश्वत लेते पकड़ी गई

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24 न्यूज अपडेट. स्टेट डेस्क। यह खबर हैरान कर देने वाली हैं। सफाई कर्मचारी से जो दो बच्चों की सिंगम मदर बहुत ही संघर्ष के बाद आरएएएस बन गई व पूरी दुनिया में जिसका नाम हो गया। कई सारे टीवी इंटरव्यू में उनके सफलता के किस्से कहे गए। कई लोगों ने प्रेरणा ली और उन्हें अपना रोल मॉडल माना मगर आज उनका रोल मॉडल रिश्वत लेते पकड़ा गया। एसीबी ने जोधपुर में बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। टीम ने परिवादी की शिकायत पर एक्शन लेते हुए आशा कंडारा को रिश्वत राशि के साथ दबोच लिया। सफाईकर्मी भर्ती की एवज में आशा ने परिवादी से रिश्वत की मांग की थी। बुधवार रात आशा को जैतारण के पास से एसीबी ने 1.75 हजार की रिश्वत राशि के साथ पकड़ा है। आशा का बेटा और एक अन्य शख्स भी उस समय मौजूद थे। आपको बता दें कि खुद आशा सफाईकर्मी रहीं और आरएएस में चयनित होने के बाद अपने इस वर्ग के उत्थान की बात कह रही थी। लेकिन उसे सफाईकर्मी भर्ती में चयन के लिए ही रिश्वत लेते रंगे हाथों दबोचा गया। आशा अभी हेरिटेज नगर निगम में सेवारत है। एसीबी को जानकारी मिली थी कि सफाईकर्मी भर्ती के लिए आशा लोगों से पैसा ले रही है। मंगलवार रात जयपुर से पाली के लिए निकली। जैतारण में उसका बेटा रुपए लेकर पहुंचा। उसके साथ दलाल योगेंद्र चौधरी था। होटल शीतल में वो रुके हुए थे। एसीबी इंस्पेक्टर कंचन भाटी ने कार्रवाई करते हुए आशा को मौके से 1.75 लाख नकद राशि के साथ पकड़ा।एसीपी की ओर से बताया गया कि नौकरी का सौदा साढ़े तीन लाख में तय हुआ था। आशा साल 2021 में आरएएस परीक्षा के परिणाम से चर्चा में आई थी। जोधपुर की सड़कों पर झाड़ू लगाने वाली आशा रातों रात मीडिया की सुर्खियों छा गई व रोल मॉडल बन गई। आशा ने 1997 में 12वीं पास की थी. उसके बाद 2013 में पिता के कहने पर फिर से पढ़ाई शुरू की। बीए करने के बाद तैयारी शुरू की और 2018 आरएएस भर्ती के लिए फॉर्म भरा। प्री एग्जाम पास होने के बाद मुख्य परीक्षा तक की लंबी प्रक्रिया के दौरान आशा ने नगर निगम में सफाईकर्मी की भर्ती के लिए आवेदन किया। जोधपुर नगर निगम में बतौर सफाईकर्मी काम शुरू कर दिया। लगातार दो साल तक काम करती रही। इसके बाद 2021 फरवरी में आरएएस भर्ती का परिणाम आया, जिसमें वो चयनित हुई।

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