24 न्यूज अपडेट, उदयपुर। केंद्रीय संस्कृति विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के लिए कौशल विकास (स्किल डवलपमेंट) के कार्यक्रम की शुरूआत होने जा रही है। प्रतिवर्ष विद्यार्थियों के होने वाले इस कौशल विकास के कार्यक्रम के लिए मंगलवार को एक अनुबंध (एमओयू) पर हस्ताक्षर हुए। एमओयू पर धरोहर संस्थान के संस्थापक संजय सिंघल और केंद्रीय संस्कृति विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. श्रीनिवास वार्खेडी ने हस्ताक्षर किये। यह कार्यक्रम 42 दिन का होगा।
संजय सिंघल ने बताया कि इस इंटर्नशिप प्रोग्राम के जरिए विद्यार्थी प्राचीन पांडुलिपियों के संग्रहण का कार्य सीखेंगे, उसके बारे में जानेंगे और समझेंगे। इसके जरिए अपने जीवन कौशल के भविष्य की तस्वीर यहां से तैयार होगी जो इस ज्ञान के जरिए उनके जीवन में बहुत काम आएगी। उन्होंने बताया कि इस 42 दिवसीय इन्टर्नशिप कार्यक्रम में केंद्रीय संस्कृति विश्वविद्यालय की विभिन्न शाखाओं से 25 विद्यार्थी अपनी शैक्षणिक योग्यता का समुचित प्रयोग करते हुए धरोहर द्वारा किए जा रहे प्राचीन पांडुलिपियों के संग्रहण का कार्य सीखेंगे। इस इंटर्नशिप कार्यक्रम के दौरान दैनिक जीवन में उपयोगी कौशल को विकसित करने का भी अवसर प्राप्त करेंगे। सिंघल ने बताया कि धरोहर प्रतिवर्ष इस संस्थान के विद्यार्थियों के लिए इंटर्नशिप प्रोग्राम आयोजित करेगा। इस प्रोजेक्ट का लक्ष्य अगले 20 वर्षों में 25 लाख पाण्डुलिपियों की डिजिटल प्रतिलिपियां बनाना, पृष्ठों को सही क्रम में रखना और उनको सूचीबद्ध करना है।
सामाजिक सरोकार में धरोहर संस्था करती काम :
धरोहर संस्थान को सिक्योर मीटर्स का सहयोग प्राप्त है। इस संस्था का उद्देश्य जीवन पर्यंत सीखने की इच्छा रखने वाले लोगों का एक समाज बनाने का है। संस्थान की टीम इस विश्वास पर काम करती है कि जब हम समाज के लिए कुछ करते हैं तो हम सीखते हैं और बढ़ते हैं। कोई क्या सीख सकता है उसके लिए उम्र कोई बाधा नहीं होती।
धरोहर के तीन कार्य क्षेत्र प्रमुख है जिसमें 10 लाख वृक्ष कार्यक्रम एक है। इसके तहत उदयपुर में वन क्षेत्र का विकास, सार्वजनिक उद्यानों का रखरखाव शामिल है। समाज के विभिन्न लोगों और संस्थाओं के साथ मिलकर उदयपुर में 10 लाख वृक्ष लगाना है।
उदयपुर के प्रतापनगर-सुखेर मैन रोड पर स्थित थर्ड स्पेस एक ऐसा सामजिक हब है जहां संसाधनों और अवसरों से भरपूर स्थान उपलब्ध है। वहां पर विभिन्न प्रकार की गतिविधियों में भाग लिया जा सकता है। वहां लोगों को आइडियाज़ के साथ खेलने, रोचक चीज़ें बनाने और दिलचस्प लोगों से मिलने के लिए एक प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराया जाता हैं। वहां एक दिन का टिकट या सदस्यता लेकर लोग यहां उपलब्ध अनेक रोचक और मनोरंजक गतिविधियों में भाग ले सकते हैं जैसे वॉल क्लाइम्बिंग, एडवेंचर स्पोर्ट्स, लाइब्रेरी, जुगाड़ लैब और मेकर लैब आदि। साथ ही इस स्थान पर नियमित रूप से विभिन्न विषयों पर वर्कशॉप आयोजित होते रहते हैं जैसे पॉटरी, फर्नीचर बनाना, सिलाई आदि। यहाँ को-वर्किंग स्पेस, कांफ्रेंस हॉल, बर्थडे पार्टीज़ आदि की सुविधा भी उपलब्ध है।
देशभर के लिए झीलों की नगरी से संस्कृत विद्यार्थियों के लिए कौशल विकास कार्यक्रम शुरू
- पहली बार संस्कृत विद्यार्थियों के लिए इंटर्नशिप प्रोग्राम –
- धरोहर संस्थान और केंद्रीय संस्कृति विश्वविद्यालय के बीच अनुबंध –
- 42 दिवसीय इन्टर्नशिप कार्यक्रम होगा –
उदयपुर। केंद्रीय संस्कृति विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के लिए कौशल विकास (स्किल डवलपमेंट) के कार्यक्रम की शुरूआत होने जा रही है। प्रतिवर्ष विद्यार्थियों के होने वाले इस कौशल विकास के कार्यक्रम के लिए मंगलवार को एक अनुबंध (एमओयू) पर हस्ताक्षर हुए। एमओयू पर धरोहर संस्थान के संस्थापक संजय सिंघल और केंद्रीय संस्कृति विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. श्रीनिवास वार्खेडी ने हस्ताक्षर किये। यह कार्यक्रम 42 दिन का होगा।
संजय सिंघल ने बताया कि इस इंटर्नशिप प्रोग्राम के जरिए विद्यार्थी प्राचीन पांडुलिपियों के संग्रहण का कार्य सीखेंगे, उसके बारे में जानेंगे और समझेंगे। इसके जरिए अपने जीवन कौशल के भविष्य की तस्वीर यहां से तैयार होगी जो इस ज्ञान के जरिए उनके जीवन में बहुत काम आएगी। उन्होंने बताया कि इस 42 दिवसीय इन्टर्नशिप कार्यक्रम में केंद्रीय संस्कृति विश्वविद्यालय की विभिन्न शाखाओं से 25 विद्यार्थी अपनी शैक्षणिक योग्यता का समुचित प्रयोग करते हुए धरोहर द्वारा किए जा रहे प्राचीन पांडुलिपियों के संग्रहण का कार्य सीखेंगे। इस इंटर्नशिप कार्यक्रम के दौरान दैनिक जीवन में उपयोगी कौशल को विकसित करने का भी अवसर प्राप्त करेंगे। सिंघल ने बताया कि धरोहर प्रतिवर्ष इस संस्थान के विद्यार्थियों के लिए इंटर्नशिप प्रोग्राम आयोजित करेगा। इस प्रोजेक्ट का लक्ष्य अगले 20 वर्षों में 25 लाख पाण्डुलिपियों की डिजिटल प्रतिलिपियां बनाना, पृष्ठों को सही क्रम में रखना और उनको सूचीबद्ध करना है।
सामाजिक सरोकार में धरोहर संस्था करती काम :
धरोहर संस्थान को सिक्योर मीटर्स का सहयोग प्राप्त है। इस संस्था का उद्देश्य जीवन पर्यंत सीखने की इच्छा रखने वाले लोगों का एक समाज बनाने का है। संस्थान की टीम इस विश्वास पर काम करती है कि जब हम समाज के लिए कुछ करते हैं तो हम सीखते हैं और बढ़ते हैं। कोई क्या सीख सकता है उसके लिए उम्र कोई बाधा नहीं होती।
धरोहर के तीन कार्य क्षेत्र प्रमुख है जिसमें 10 लाख वृक्ष कार्यक्रम एक है। इसके तहत उदयपुर में वन क्षेत्र का विकास, सार्वजनिक उद्यानों का रखरखाव शामिल है। समाज के विभिन्न लोगों और संस्थाओं के साथ मिलकर उदयपुर में 10 लाख वृक्ष लगाना है।
उदयपुर के प्रतापनगर-सुखेर मैन रोड पर स्थित थर्ड स्पेस एक ऐसा सामजिक हब है जहां संसाधनों और अवसरों से भरपूर स्थान उपलब्ध है। वहां पर विभिन्न प्रकार की गतिविधियों में भाग लिया जा सकता है। वहां लोगों को आइडियाज़ के साथ खेलने, रोचक चीज़ें बनाने और दिलचस्प लोगों से मिलने के लिए एक प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराया जाता हैं। वहां एक दिन का टिकट या सदस्यता लेकर लोग यहां उपलब्ध अनेक रोचक और मनोरंजक गतिविधियों में भाग ले सकते हैं जैसे वॉल क्लाइम्बिंग, एडवेंचर स्पोर्ट्स, लाइब्रेरी, जुगाड़ लैब और मेकर लैब आदि। साथ ही इस स्थान पर नियमित रूप से विभिन्न विषयों पर वर्कशॉप आयोजित होते रहते हैं जैसे पॉटरी, फर्नीचर बनाना, सिलाई आदि। यहाँ को-वर्किंग स्पेस, कांफ्रेंस हॉल, बर्थडे पार्टीज़ आदि की सुविधा भी उपलब्ध है।
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