उदयपुर। नगर निगम उदयपुर द्वारा बुधवार को कार्रवाई को अंजाम देते रानी रोड पर रेस्टोरेंट को सीज किया गया। अधिकारियों ने कहा कि कार्रवाई लगातार जारी रहेगी। इस कार्रवाई से एक बार फिर से सवाल उठा है कि क्या उदयपुर में केवल एक रेस्टोरेंट ऐसा दिखाई दिया जो आवासीय भूमि पर चल रहा था। जबकि अगर बिना किसी प्रयास के शहर भ्रमण पर ही निकल जाएं तो ऐसे सैंकड़ों व्यावसायिक निर्माण मिल जाएंगे जो आवासीय परिसर में बहुत ही धड़ल्ले से चल रहे हैं। केवल एक निर्माण को सीज करने के पीछे जो भी कानूनी बातें रही हों मगर जनता की अदालत में केवल एक कार्रवाई करने पर सवाल उठते हैं। सवाल ये है कि जब यह कैफे खोला गया तब कर्णधार कहां पर थे। इंटरनेट पर खोज करने पर पता चलता है कि गूगल पर इसके 2022 के रिव्यू लिखे हुए हैं। याने यह परिसर व्यावसायिक रूप से कम से कम दो साल पहले से चल रहा है। ऐसे में क्या निगम के कर्णधार सोए हुए थे या फिर किसी खासमखास के नींद से जगाने पर या किसी वीआईपी के आदेश पर इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया। निगम को हर कार्रवाई के बाद इस बात का खुलासा जरूर करना चाहिए कि उसके पहले और आखिरी नोटिस में कितने वक्त का फासला था ताकि जनता भी पता कर सके कि कार्रवाइयों में किस हद तक मनमानियां की जाती है या नहीं की जाती हैं।
बहरहाल, नगर निगम आयुक्त राम प्रकाश ने बताया कि शहर में जहां भी आवासीय परिसर में व्यावसायिक गतिविधियां संचालित की जा रही है इसे रोकने को लेकर नगर निगम द्वारा कार्यवाही की जा रही है। बुधवार को निगम द्वारा कार्रवाई को अंजाम देते हुए रानी रोड स्थित ले बैरेटो कैफे एंड रेस्टोरेंट को सीज किया गया। रेस्टोरेंट आवासीय परिसर में संचालित किया जा रहा था जो राजस्थान म्युनिसिपल अधिनियम के तहत प्रतिबंधित है। नगर निगम द्वारा पहले भी कई बार अपील की गई है कि आवासीय परिसर में किसी भी तरह से कोई व्यावसायिक गतिविधि नहीं करें अन्यथा निगम को कार्रवाई करते हुए ऐसे भवनों को सीज किया जाएगा।
नगर निगम आयुक्त राम प्रकाश ने स्पष्ट किया है कि नगर निगम द्वारा किसी भी तरह लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यदि शहर में कहीं भी स्वीकृति के विपरीत निर्माण किया जाएगा या आवासीय परिसर में व्यावसायिक गतिविधि की जाएगी तो उसे तुरंत निगम द्वारा संज्ञान में लेकर बंद करवाया जाएगा।
कार्यवाही के दौरान निगम अधिकारी रहे मौजूद।
नगर निगम द्वारा बुधवार को संपादित की गई कार्रवाई में निगम पुलिस निरीक्षक मांगीलाल डांगी, राजस्व निरीक्षक विजय जैन राजस्व, सहायक नगर नियोजक, विजय सिंह डामोर, कनिष्ठ सहायक जितेंद्र मेघवाल आदि मौजूद रहे।
Discover more from 24 News Update
Subscribe to get the latest posts sent to your email.