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मुआवजा नहीं तो काम नहीं: डूंगरपुर-बांसवाड़ा रेल लाइन का काम किसानों ने रोका

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24 न्यूज अपडेट, डूंगरपुर। डूंगरपुर से बांसवाड़ा के बीच निर्माणाधीन महत्वपूर्ण रेल लाइन परियोजना को आज उस समय बड़ा झटका लगा, जब नेजपुर गांव के किसानों ने एकजुट होकर काम रुकवा दिया। किसानों का यह कड़ा कदम जमीन अधिग्रहण के बदले उचित मुआवजे की मांग को लेकर उठाया गया है। उन्होंने चेतावनी दी है कि जब तक उन्हें उनकी अधिग्रहित जमीन का मुआवजा नहीं मिल जाता, तब तक वे किसी भी कीमत पर काम आगे नहीं बढ़ने देंगे।
बुधवार को, जब जेसीबी और डंपर जैसे भारी मशीनें नेजपुर गांव के पास रेल लाइन के लिए अपना कार्य कर रही थीं, तभी बड़ी संख्या में स्थानीय किसान मौके पर पहुंच गए। किसानों ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि उन्हें अभी तक उनकी जमीन का मुआवजा नहीं मिला है। ऐसी स्थिति में, वे अपनी उपजाऊ भूमि पर बिना किसी भुगतान के निर्माण कार्य को जारी रखने की अनुमति नहीं दे सकते। किसानों ने निर्माण स्थल पर आकर विरोध प्रदर्शन किया और काम को तत्काल बंद करवा दिया। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि मुआवजे का पूरा भुगतान होने के बाद ही वे निर्माण कार्य को फिर से शुरू करने देंगे।
किसानों के अनुसार, नेजपुर गांव के कुल 26 किसान ऐसे हैं जिन्हें अभी तक उनकी जमीन का मुआवजा नहीं मिला है। इन किसानों ने सरकार और स्थानीय प्रशासन से पुरजोर मांग की है कि उन्हें जल्द से जल्द उनका हक दिलाया जाए।
यह उल्लेखनीय है कि बांसवाड़ा जिला राजस्थान का एकमात्र ऐसा जिला है जो अभी तक रेल सेवा से नहीं जुड़ पाया है। इस कनेक्टिविटी को सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने डूंगरपुर से बांसवाड़ा और रतलाम को जोड़ने वाली 191 किलोमीटर लंबी रेल लाइन परियोजना शुरू की थी, जिसमें 143 किलोमीटर का हिस्सा राजस्थान में और 48 किलोमीटर का मध्य प्रदेश में है। यह महत्वाकांक्षी परियोजना 2018-19 में कुछ कारणों से रुक गई थी, लेकिन अगस्त 2024 में सरकार ने इसे फिर से शुरू किया, जिससे लोगों में उम्मीद जगी थी। हालांकि, मुआवजे की मांग को लेकर अब किसानों के विरोध ने परियोजना की प्रगति पर सवालिया निशान लगा दिया है। किसानों का स्पष्ट रुख दर्शाता है कि मुआवजा उनके लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा है और वे इसके लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। अब देखना यह होगा कि सरकार और प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाते हैं और कब तक किसानों की मांगों को पूरा करते हैं ताकि इस महत्वपूर्ण रेल लाइन परियोजना का कार्य निर्बाध रूप से आगे बढ़ सके।

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