24 न्यूज अपडेट. उदयपुर। राजस्थान विद्यापीठ के संघटक जनशिक्षण विस्तार कार्यक्रम निदेशालय के अन्तर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित सामुदायिक केन्द्रों के प्रभारी एवं कार्यकर्ताओें की बैठक बुधवार को प्रतापनगर स्थित कुलपति सचिवालय के सभागार में कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। प्रो. सारंगदेवोत ने बताया कि वर्तमान समयानुसार महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने एवं कौशल आधारित व्यवसायों से जोड़ने की सख्त जरूरत है। सभी सेन्टर्स पर महिलाओं द्वारा उडद, मूंग की दाल, पापड, पपडी, अचार, मुरब्बा, शरबत, वाशिंग वाउडर, कपडे व कागज की थेलिया, बंधेज बेडसीट, कुशन कवर, गेहू व मक्की दलिया सहित अन्य घरेलू उत्पादों का निर्माण कर उन्हें विद्यापीठ द्वारा बनाये जा रहे आउटलेट्स के माध्यम से आमजन में बिक्री की जायेगी। युवाओं के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित केन्द्रों पर छह माह व एक वर्ष के सर्टिफिकेट, डिप्लोमा पाठ्यक्रम प्रारंभ किए जायेंगे, जिससे ग्रामीण युवाओं को ग्रामीण स्तर पर कुशल कर उन्हें रोजगार से जोड़ा जायेगा, जिससे शहरों में पलायन भी रूकेगा। स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से प्रत्येक सेंटर पर निशुल्क चिकित्सा शिविर लगाये जायेंगे। प्रो. सारंगदेवोत ने बताया कि आमजन को सेंटर के माध्यम से केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा जारी की जाने वाली योजनाओं से भी अवगत करा उनसे उन्हें लाभान्वित किया जायेगा। पर्यावरण के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से नाई, साकरोदा , कानपुर में नर्सरी शुरू की जायेगी जिसमें न्यूनतम दर पर पौधे उपलब्ध कराये जायेंगे।
बैठक में पीठ स्थविर डॉ. कौशल नागदा, डॉ. संजीव राजपुरोहित, बालकृष्ण शुक्ला, डॉ. ओम पारीक, डॉ. विजय दलाल, देवीलाल गर्ग, पीरूकांत मीणा, राकेश कुमार दाधीच, विजय गर्ग, स्नेहलता शर्मा, बद्री मीणा, लोगर लाल गायरी, डॉ. सोनू बलाडा उपस्थित थे। यह जानकारी निजी सचिव कृष्णकांत कुमावत ने दी।
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