– सुशील जैन का खास विश्लेषण-
उदयपुर। चुनावी आहट के बीच और भारतीय आदिवासी पार्टी की बढ़ती लोकप्रियता की तीखी राजनीतिक आंच को महसूस करते हुए भाजपा व कांग्रेस ने अभी से अपने चुनावी घोड़े खोल दिए हैं। हर मुमकिन प्रयास किए जा रहे हैं। भाजपा अपना गढ़ बचाना चाहती है तो कांग्रेस बाप-कांग्रेस गठबंधन की कमान इस बार अपने हाथों में चाहती है और समझौते में एक अदद सीट चाहती है। उसकी हालत दुविधा में दोनों गए…जैसी है। ऐसे में इस बार वागड़ का चुनावी घमासान बहुत ही दिलचस्प बनने वाला है। इन चुनावों में भाजपा के मुख्य मुद्दे राष्ट्रवाद, धर्मांतरण, हिंदुत्व, आदिवासी हिंदू है, देशद्रोही बनाम राष्ट्रवादी के रहने वाले हैं तो कांग्रेस का पूरा कैंपेन भाजपा सरकार को पर्ची सरकार बताते हुए विफलताएं गिनाने पर रहने वाला है। सचिन पायलट पर बयानबाजी व विरोध के बाद माहौल में गर्मी बढ़ गई है। इन सबके बीच भारतीय आदिवासी पार्टी-बाप अपने परम्परागत जल, जंगल, जमीन और भील प्रदेश के मुदï्दे पर मुखर रह कर गोलबंदी करने वाली है। उसे पूरा भरोसा है कि जो मोमेंटम उसके पक्ष में बना हुआ है वो आगे भी जारी रहेगा और नई विधानसभा सीटों पर उसे विक्ट्री साइन बनाने का मौका मिल सकेगा।
बहरहाल, भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष और प्रदेश प्रभारी एक दिन पहले ही वागड़ की चुनावी परिक्रमा कर चुके हैं। उनके स्वागत सत्कार में टिकटार्थियों ने कोई कसर नहीं छोड़ी है। हर मुमकिन प्रयास करते हुए पूरी ताकत अभी से झोंक दी है। कई नेताओं ने तो ऐसी परिक्रमा की कि एसयरपोर्ट से लेकर वापसी तक वे फोटो फ्रेम में नजर आए। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मदनसिंह राठौड़ और प्रदेश प्रभारी राधामोहन दास अग्रवाल डूंगरपुर प्रभारी मंत्री बाबूलाल खराड़ी गुरुवार को डूंगरपुर जिले के दौरे पर रहे। उन्होंने पीठ सलारेश्वर मंदिर में भाजपा की संगठनात्मक बैठक ली। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष, प्रदेश प्रभारी और प्रभारी मंत्री ने चौरासी विधानसभा उपचुनाव को सहित संगठन को मजबूत करने को लेकर कार्यकर्ताओं सें चर्चा करते हुए जीत के टिप्स दिए। पूरा भाषण राष्ट्रवाद और अतीत के गौरव पर केंद्रित रहा। उन्होंने लगातार संघर्ष करते रहने की प्रेरणा दी।
अब राजस्थान कांग्रेस के मुखिया गोविंदसिंह डोटासरा चौरासी व सलूंबर सीटो ंकी टोह लेने आ रहे हैं। कांग्रेस वागड़ में लगातार अपना जनाधार बाप पार्टी के पक्ष में कन्वर्ट होते हुए देख रही है व इसे लेकर वागड़ के नेताओं में जबर्दस्त बेचैनी है। उनका मानना है कि पार्टी चुनाव लड़ेगी तभी उसकी प्रतिष्ठा बढेगी, गठबंधन धर्म उसके अस्तित्व को ही धर्म संकट में डाल रहा है। पिछली बार औचक रूप से बागी हुए अरविंद सीता डामोर बिना किसी प्रयास के 1 लाख के आसपास वोट ले जाए थे। इससे संदेश यह निकल कर आया है कि कांग्रेस की जडें बहुत मजबूत हैं। यदि लड़ेंगे तो ही बचेंगे। नहीं लड़े तो निकाय चुनावों में भी सफाया तय है। ऐसे धर्मसंकट में डोटासरा कौनसा नया जादुई फार्मूला लेकर आएंगे यह कहना मुश्किल है। अव्वल तो सवाल ये उठ रहा है कि डोटासरा जोश भरने आ रहे हैं या होंश संभाल कर हकीकत को स्वीकार करने का संदेसा देने आ रहे हैं।
बहरहाल कार्यक्रम के अनुसार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा 3 सितम्बर मंगलवार को जयपुर से वायु मार्ग के द्वारा उदयपुर डबोक एयरपोर्ट पहुंचेंगे। प्रदेश महासचिव एवं प्रवक्ता पंकज कुमार शर्मा ने बताया कि प्रात: 8 बजे जयपुर से हवाई मार्ग द्वारा प्रस्थान होकर प्रात: 9.15 बजे डबोक महाराणा प्रताप एयरपोर्ट पर पहुंचेंगे जहां कांग्रेस के पदाधिकारी द्वारा उनका स्वागत किया जाएगा।
डबोक एयरपोर्ट से सडक़ मार्ग द्वारा रवाना होकर 10 बजे ऋषभदेव पहुंचेंगे, जहां ब्लॉक कांग्रेस कमेटी ऋषभदेव कार्यालय का उद्घाटन एवं कार्यकर्ता सम्मेलन में भाग लेंगे तथा 11.30 बजे ऋषभदेव से प्रस्थान कर दोपहर 12.45 खेरवाड़ा पहुंचकर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी खेरवाड़ा के कार्यालय नवीनीकरण का उद्घाटन एवं कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन में भाग लेंगे तत्पश्चात दोपहर 2 बजे खेरवाड़ा से प्रस्थान कर 3 बजे सीमलवाड़ा पहुंचेंगे जहां चौरासी विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करेंगे। इसके बाद 5.30 बजे सीमलवाड़ा से प्रस्थान कर 6.30 बजे गालियाकोट पहुंचेंगे जहां शीतला माता मंदिर दर्शन व दरगाह में जियारत करेंगे। सायं 6.40 बजे गलियाकोट से 7 बजे सागवाड़ा पहुंचेंगे। बताया कि रात्रि विश्राम सागवाड़ा में करेंगे तथा 4 सितंबर बुधवार को प्रात: 9 बजे सागवाड़ा से प्रस्थान कर 10 बजे सलूंबर पहुंचेंगे जहां सलूंबर विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करेंगे तथा दोपहर 1 बजे सलूंबर से प्रस्थान कर दोपहर 2 बजे उदयपुर पहुंचेंगे।

