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राजस्थान के रण में सबसे ज्यादा बैचलर डिग्री धारक

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कोटा. इस बार राजस्थान में लोकसभा चुनाव दो चरणों में होगा. दोनों चरणों की नामांकन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. भाजपा ने राज्य की सभी 25 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं तो वहीं, कांग्रेस ने 23 सीटों पर उम्मीदवार दिए हैं. शेष दो सीटों पर गठबंधन के कैंडिडेट्स हैं. इसमें नागौर और सीकर सीट शामिल है. नागौर सीट आरएलपी को तो सीकर से माकपा ने प्रत्याशी उतारा है. ईटीवी भारत ने चुनावी मैदान में उतरे इन सभी प्रत्याशियों के एजुकेशन क्वालिफिकेशन का एनालिसिस किया, जिसमें सामने आया कि राजस्थान में सबसे ज्यादा ग्रेजुएट कैंडिडेट चुनावी मैदान में हैं. शैक्षणिक योग्यता के आधार पर देखा जाए तो इस बार सबसे ज्यादा बैचलर डिग्री धारक प्रत्याशी मैदान में हैं. इनकी संख्या 12 है. वहीं, इसके बाद 10 एलएलबी, 8 12वीं पास और 7 पोस्ट ग्रेजुएट प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं.

चार सेवानिवृत अधिकारी लड़ रहे चुनाव : इस बार राज्य में चार कैंडिडेट्स ऐसे हैं, जो पुलिस व प्रशासन की सेवाओं से सेवानिवृत होकर चुनावी मैदान में ताल ठोके हुए हैं. इनमें बीकानेर से सेवानिवृत आईएएस अर्जुन राम मेघवाल चुनाव लड़ रहे हैं. वे केंद्र की मोदी सरकार में मंत्री भी हैं. उनकी पढ़ाई का जिक्र किया जाए तो उन्होंने एमए-एलएलबी की है. इसी तरह से राजस्थान के पुलिस महानिदेशक रहे रिटायर्ड आईपीएस हरीश मीणा भी टोंक सवाई माधोपुर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. उन्होंने बीए ऑनर्स की पढ़ाई की है. साथ ही इससे पहले एक बार भाजपा से सांसद भी रह चुके हैं, जबकि दो बार कांग्रेस से विधायक चुने गए हैं. रिटायर्ड आईएएस का सेवानिवृत आरटीओ से मुकाबला : उदयपुर से दो सरकारी सेवा से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने वाले कैंडिडेट्स मैदान में हैं. इनमें रिटायर्ड आईएएस ताराचंद मीणा कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. उन्होंने ग्रेजुएशन तक पढ़ाई की है. वहीं, उनके सामने उदयपुर के आरटीओ रहे मन्नालाल रावत मैदान में हैं, जिन्होंने पीएचडी की है. राजसमंद सीट से भी रिटायर आरपीएस दामोदर गुर्जर मैदान में हैं, जिन्होंने पीएचडी की है और उन्होंने ये डिग्री यूएसए से हासिल की है.

मैदान में 2 एमबीए, 3 पीएचडी व 2 बीएड : प्रोफेशनल एजुकेशन की बात करें तो गंगानगर से चुनाव लड़ रही प्रियंका बैलाण ने उदयपुर की मोहनलाल सुखाड़िया यूनिवर्सिटी से एमबीए किया है. वहीं, बारां-झालावाड़ से चुनाव लड़ रहे दुष्यंत सिंह ने भी एमबीए की पढ़ाई की है. उन्होंने एमबीए होटल मैनेजमेंट में उदयपुर से किया था. इसी तरह से तीन कैंडिडेट पीएचडी डिग्री धारक हैं, जिसमें पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी कांग्रेस के टिकट पर भीलवाड़ा से चुनावी मैदान में हैं. राजसमंद से कांग्रेस प्रत्याशी दामोदर गुर्जर और उदयपुर से भाजपा प्रत्याशी मन्नालाल रावत का नाम इस सूची में शामिल है. वहीं, दो बीएड कर चुके कैंडिडेट भी मैदान में ताल ठोके हैं, जिनमें बांसवाड़ा से अरविंद डामोर और सीकर से अमराराम हैं. मैदान में एक डॉक्टर, 10 वकील : इस बार लोकसभा चुनाव में राजस्थान से एक डॉक्टर और 10 वकील चुनाव लड़ रहे हैं. इनमें एमबीबीएस करने वाली कैंडिडेट ज्योति मिर्धा हैं. उन्हें भाजपा ने नागौर से अपना प्रत्याशी बनाया है. इसके अलावा झुंझुनू से कांग्रेस प्रत्याशी बृजेंद्र ओला, नागौर से हनुमान बेनीवाल, पाली से संगीता बेनीवाल, जालौर से वैभव गहलोत और कोटा से प्रहलाद गुंजल ने वकालत की पढ़ाई की है. साथ ही भाजपा उम्मीदवारों में बीकानेर से अर्जुन राम मेघवाल, जयपुर से मंजू शर्मा, अलवर से भूपेंद्र यादव, पाली से पीपी चौधरी और चित्तौड़गढ़ से सीपी जोशी भी वकालत किए हैं.
10 वीं पास का मुकाबला मैनेजमेंट और एलएलबी ग्रैजुएट से : बारां-झालावाड़ सीट पर एमबीए पास व भाजपा के चार बार के सांसद व मौजूदा प्रत्याशी दुष्यंत सिंह का मुकाबला कांग्रेस की 10वीं पास प्रत्याशी उर्मिला जैन भाया से है. इसी तरह से जालौर-सिरोही सीट पर भाजपा प्रत्याशी लुंबाराम चौधरी 10वीं पास हैं, जबकि उनका मुकाबला पुणे से एलएलबी किए वैभव गहलोत से है. करौली-धौलपुर से पूर्व मंत्री और कांग्रेस प्रत्याशी भजनलाल जाटव भी 10वीं पास हैं. उनका मुकाबला ग्रेजुएट इंदु देवी जाटव से है. ये तीन प्रत्याशी ग्रेजुएशन नहीं कर पाए पूरी : दौसा से भाजपा प्रत्याशी कन्हैयालाल मीणा केवल बीकॉम फर्स्ट ईयर, टोंक सवाई माधोपुर से सुखबीर सिंह जौनपुरिया बीकॉम सेकंड ईयर और चित्तौड़गढ़ से कांग्रेस प्रत्याशी उदयलाल आंजना बीकॉम सेकंड ईयर तक की ही पढ़ाई कर सके हैं. इन सभी प्रत्याशियों ने अपने चुनावी हलफनामे में इसकी जानकारी दी है. ऐसे में इनकी शैक्षणिक योग्यता 12वीं पास की श्रेणी में है.

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