24 न्यूज अपडेट.उदयपुर। कल आयड़ में बहकर उदयसागर चले गए प्रिय विकास, बेटा! तुम जहां कहीं भी हो, वापस लौट आओ। कोई तुम्हें कुछ नहीं कहेगा। कल पानी आने पर तुमको आयड़ नदी में धक्का लगा था वो वास्तव में धक्का नहीं था, तुम और शहर के कुछ लोग भ्रम में आ गए थे। उन्होंने अपनी फटी हुई जेब पर हाथ रख कर अपनी आंखों से अरमानों पर पानी फिरते देखा वो पूरी तरह से गलत था। ऐसा कुछ हुआ ही नहीं था। सब वहीं का वहीं है। तुम खामख्वाह डर रहे हो विकास। लौट आओ, सब तुमको बचाने को आतुर हैं।
आज कलेक्टर साहब सुबह शहर के हालातों का जायजा लेने सिटी राउंड पर निकले थे। इस दौरान स्मार्ट सिटी के आला अधिकारी भी साथ थे। आयड़ नदी क्षेत्र का दौरा किया। आयड़ नदी की रपट देखी, पुलिया व नदी बहाव क्षेत्र देखे, आयड़ नदी और पुलियाओं पर बह रही जलराशि का सूक्ष्म अवलोकन किया। पानी के प्रवाह और प्रभावित होने वाले क्षेत्र के बारे में भी अधिकारियों से पूछा तथा अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। सबसे खास बात ये कि स्मार्ट सिटी लिमिटेड के माध्यम से कराए गए आयड़ नदी सौंदर्यीकरण कार्य की धरातलीय स्थिति जानी। आयड़ नदी में अलग-अलग स्थानों पर हुए सौंदर्यीकरण कार्य और पानी के बहाव के बाद की स्थिति जानी और उसके बाद संतोष जताया कि नदी में बहाव के बावजूद सौंदर्यीकरण कार्य प्रभावित नहीं हुए हैं।
कलेक्टर साहब ने कह दिया है तो ये सब गलत हो ही नहीं सकता। बेटा विकास, तुम अब बहती हुई नदी के अखंड और अडिग मूल निवासी हो चुके हो। चाहो तो अपना पता बदलवा कर विकास केयर ऑफ आयड़ रिवर करवा दो। पानी चाहे जितना चढ़ जाए, या उतर जाए, अब इससे किसी की आंखों का पानी नहीं मरने वाला है। हां तुम वापस नहीं आए तो नेताओं और प्रशासन के आंखों की किरकिरी जरूर बन जाओगे। विकास बेटा,,,,यूं बार-बार बहक कर बहना ठीक नहीं है। अभी तो तुम्हें बरसों बरस तक मानूसनी जल के अमृत को पीकर अजर-अमर रहना है। हमें पता है, तुम्हारी आत्मा तो कबकी शरीर से पृथक हो चुकी है। हो सकता है बारिश थमने के बाद तुम जहां हो वहां नजर ना आओ, या थोड़े से खिसके-खिसके और बदसूरत दिखाई दो मगर फिर भी तुम्हारा कायम रहना कोटि-कोटि लाभ कमानों वालों के लिए जरूरी है। ये इश्क खुमारी बस तुम तक ही है। इसलिए बेटा, कायम रहना, चिरकाल तक जीना। इस बार नाराज हो गए, अगली बार मत होना क्योंकि पानी का बाहव और जलजले तो बरसों बरस आते ही रहेंगे। तुम्हें जमीं पर जिनके लिए उतारा गया है वो भी सफर में हैं…तुम भी सफर में हो
प्रिय विकास, तुम जहां कहीं हो,, लौट आओ! कोई कुछ नहीं कहेगा….कलेक्टर साहब आज देख आए आयड़,,,कह रहे हैं-सौंदर्यीकरण कार्य प्रभावित नहीं हुए

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