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नीदरलैंड में कार्डियोलोजिस्ट बता कर जोधपुर एम्स की डॉक्टर से ऑनलाइन 18 लाख की ठगी

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24 न्यूज अपडेट जोधपुर। आजकल पढ़े लिखे लोग ऑनलाइन ठगों के जाल में फंस रहे हैं यह चिंता की बात है। पढ़ाई लिखाई के साथ कॉमन सेंस और साइबर अवेयरनेस का अभाव इसका बहुत ही बड़ा करण है। एम्स एक महिला डाक्टर को नीदरलैण्ड का कार्डियोलोजिस्ट बताते हुए ठग ने ऑनलाइन 18 लाख की ठगी कर ली। यही नहीं उसने बातों में ऐसा फुसलाया कि ऑनलाइन विश्वास जीतते हुए बात शादी तक पहुंच गई। जब ठगे जाने का अहसास हुआ तो डाक्टर के होंश उड़ गए। जोधपुर में ही इससे पहले इसी प्रकार की कुछ ठगी साइबर अरेस्ट करके हो चुकी है। पता नहीं क्यों पढ़े लिखे लोग इन मामलों से सीख लेकर साइबर व्यवहार के समय सावधानी नहीं बरतते हैं। आपको बता दें कि जोधपुर एम्स में कार्यरत एक महिला डॉक्टर के साथ 18 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। ठग ने खुद को भी एक डॉक्टर बताया। दोनों के बीच बम्बल ऐप के जरिए दोस्ती हुई थी। इसके बाद ठग ने शादी का झांसा देकर लाखों रुपए अपने खाते में ट्रांसफर करवा लिए। भगत की कोठी थाना पुलिस में मामला दर्ज हुआ है। बंगाल हाल सुभाष कॉलोनी निवासी डॉ.अनुष्का शुक्ला वैध ठगी की शिकार हुई। 15 अक्टूबर को उनके बम्बल ऐप पर उनके पास आकाश जोशी की फ्रेंड रिक्वेस्ट आई जिसने खुद को नीदरलैंड में कार्डियोलोजिस्ट डॉक्टर बताया। एक ही जॉब प्रोफाइल में होने के कारण दोनों के बीच बातचीत शुरू हो गई। बात शादी करने तक पहुंच गई। केवल सात दिन बाद ही 22 अक्टूबर को आकाश का वाट्सऐप कॉल आया। उसने अपना खाता ब्लॉक होने की जानकारी दी। उसने तुरंत मेडिकल उपकरण खरीदने व अन्य जरूरत के लिए पैसे की जरूरत होने की बात कही। बार-बार कॉल करने पर पीड़िता ने खुद के साथ ही अपने डॉक्टर दोस्त को कहकर आकाश के खाते में 9890 यूरो करीब 9 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए। 28 अक्टूबर को आकाश का फिर से फोन आया। उसने डॉक्टर को कहा कि आपने जरूरत के समय मदद की। इसलिए मेंने आपके पैसों के साथ ही 20 हजार यूरो ज्यादा भेजे है, जो आरबीआई के जरिए अपके खाते में आ जाएंगे। इस पर पीड़िता ने एक्स्ट्रा पैसे लेने से मना कर दिए। दूसरे दिन हीएक मेल आया, जिसमें उनके पैसे ट्रांसफर को लेकर टैक्स के 9 लाख रुपए मांगे गए। पीड़िता ने एक खाते में वह पैसे जमा करवा दिए। पैसे वापस नहीं आने पर शक हुआ तो पूरा मामला खुल गया। तब पता चला कि ठगी हो गई है।

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