24 न्यूज़ अपडेट उदयपुर। आस्था फाउंडेशन, मेरठ द्वारा राजस्थान कृषि अनुसंधान संस्थान, दुर्गापुरा में आयोजित तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी में कीट विज्ञान अनुसंधान में श्रेष्ठ कार्य सम्पादन हेतु डॉ. अजीत कुमार कर्नाटक, कुलपति महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय को आज ”चौधरी हंसा सिंह“ पुरस्कार से सम्मानित किया गया। सतत् कृषि एवं संबंद्ध विज्ञान के लिए वैश्विक अनुसंधान पहल पर आयोजित इस संगोष्ठी में डॉ. कर्नाटक ने ”कल, आज और कल की कृषि“ पर एक विशेष व्याख्यान देते हुए आने वाले समय में पानी की कमी, मृदा क्षरण और फसल उत्पादकता के संबंधों को रेखांकित करते हुए मक्का व मिलेट्स के उत्पादन पर बल दिया। डॉ. कर्नाटक ने जलवायु परिवर्तन के परिप्रेक्ष्य में सटीक व डिजिटल कृषि एवं सतत जल प्रबंधन पर बल देते हुए वैज्ञानिकों व प्रसार कार्यकताओं से नवीन तकनीकों को कृषकों तक शीघ्र पहुंचाने का आवाह्न भी किया। स्मरण रहे कि डॉ. कर्नाटक के नेत्तृत्व में एमपीएयूटी इस दिशा में निरन्तर कार्यरत है तथा नवाचारों के आधार पर यह विश्वविद्यालय वर्ष 2024 में अब तक 25 पेटेंट व डिजाइन पंजीकरण प्राप्त कर चुका है। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. जे.एस. संधु, पूर्व कुलपति, एसकेएनएयू, जोबनेर, डॉ. एस के चतुर्वेदी, निदेशक अनुसंधान, आर एल बी सीएयू, झासी, डॉ. पीके रॉय, निदेशक, आईसीएआर- डीआरएमआर, भरतपुर, डॉ. एसपी सिंह, डॉ. अर्जुन सिंह बालोदा, डॉ. वेद प्रकाश एवं डॉ. अरविंद वर्मा आदि वैज्ञानिक उपस्थित थे।
डॉ. कर्नाटक कसे कीट विज्ञान में शोध के लिए ”चौधरी हंसा सिंह“ पुरस्कार से सम्मानित

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