24 News Update उदयपुर, 7 अक्टूबर। महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर के कुलपति डॉ. अजीत कुमार कर्नाटक को ‘राष्ट्रीय कृषि-नवाचार रत्न पुरस्कार-2025’ से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान उन्हें भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICSSR), नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी “राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भू-स्थानिक दृष्टिकोण: एक सामाजिक परिप्रेक्ष्य” में प्रदान किया गया।
यह संगोष्ठी संगम विश्वविद्यालय, भीलवाड़ा में आयोजित हुई, जहां विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. करुणेश सक्सेना ने बताया कि डॉ. कर्नाटक को यह पुरस्कार कृषि नवाचार, अनुसंधान और सतत कृषि पद्धतियों में उनके उत्कृष्ट योगदान और अग्रणी कार्यों के लिए दिया गया है।
डॉ. कर्नाटक को इससे पूर्व सर्वश्रेष्ठ कुलपति पुरस्कार (2021), डॉ. आर.एस. परोदा पुरस्कार, डॉ. एस.एल. मिश्रा पदक, सीएचएआई मानद फैलोशिप, और अमित प्रभुध मनीषी पुरस्कार सहित कई सम्मान मिल चुके हैं। उन्होंने “द मिलेट स्टोरी” नामक पुस्तक में भी योगदान दिया, जिसे संयुक्त राष्ट्र द्वारा 2023 में मान्यता मिली थी।
उद्घाटन सत्र में डॉ. कर्नाटक ने कहा कि GIS, रिमोट सेंसिंग और GNSS जैसी भू-स्थानिक प्रौद्योगिकियां राष्ट्रीय व खाद्य सुरक्षा को सुदृढ़ करने में अहम भूमिका निभा रही हैं। उन्होंने बताया कि एमपीयूएटी में इन तकनीकों का उपयोग फसल निगरानी, सूखा प्रबंधन और प्रिसिजन एग्रीकल्चर में प्रभावी रूप से किया जा रहा है। इस मौके पर देशभर से आए शिक्षाविद, शोधकर्ता और नीति विशेषज्ञ भी मौजूद रहे।
डॉ. अजीत कुमार कर्नाटक को मिला ‘राष्ट्रीय कृषि-नवाचार रत्न पुरस्कार-2025’

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